युवा अफसर की पहल रंग लाई वैक्सीन के लिए लगी कतारें; 4059 को लगे टीके।
निगम आयुक्त का मानना है हम जनता के सहयोग से शून्य से शिखर की ओर बढ़े।
सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।
सागर। सागर शहर में विकास की बात हो या जनहित की। जनता की समस्याओं को हल करना यह युवा अफसर अपना कर्तव्य मानते हैं। साल 2019 में पदस्थ निगम आयुक्त श्री आरपी अहिरवार ने लगभग ढाई साल में अपनी सूझबूझ का जो परिचय दिया है वह काबिले तारीफ है। संभागीय मुख्यालय सागर में तीन मंत्रियों के और सब के काम की अलग अलग प्लानिंग होने के बाद भी निगमायुक्त श्री आरपी अहिरवार ने ऐसा तालमेल बैठाया है की जनता के साथ मंत्री भी इनकी कार्यप्रणाली से खुश हैं। युवा होने का और जनता से जुड़े होने का इनका अलग मिजाज है वह है काम का जुनून। लोग दफ्तर में आएं या निगमायुक्त फील्ड में रहें इनका एक ही मकसद है सागर शहर में जनता की समस्याओं का हल हो। बात चाहे सफाई की हो, स्ट्रीट लाइट की हो, रोजाना पानी देने की बात हो, जल सप्लाई की बात हो, नगर निगम के अंतर्गत चल रहे स्कूलों की बात हो, सभी में इनका योगदान एक सार्थक पहल है। कोविड-19 के बीच सागर में जिस हिसाब से कम समय में काबू पाया गया है वह ऐसे ही युवा अफसर और प्रशासन की सूझबूझ का नतीजा है। 21 जून को वैक्सीन के इस महाअभियान में निगम आयुक्त ने 1 हफ्ते पहले जो प्लानिंग कि वह कारगर रही। इनके मार्गदर्शन में समाजसेवियों, वॉलिंटियर्स ने अपनी अहम भूमिका निभाई । 21 जून को इस महायज्ञ में शहरी क्षेत्र में 4059 लोगों को वैक्सीन लगाई गई एक ही दिन में यह आंकड़ा अपने आप में बहुत कुछ कहता है। इसमें अफसरों की पहल ही और जनता की जागरूकता महत्वपूर्ण रही। निगम आयुक्त का कहना है हमारा मकसद है शून्य से शिखर की ओर यानी समस्याएं खत्म हो जाएं तो हम अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य मानेंगे। गौरतलब ऐसे युवा अफसर की कार्यशैली से ही विकास की गंगा बह सकती है।
सागर में विकास के नाम छोड़ गए अफसरों की याद ताजा हुई।
निगम आयुक्त श्री आरपी अहिरवार की कार्यशैली से करीब दो से तीन दशक पुराने अफसरों की याद ताजा हो गई है। यह ऐसे अफसर हैं। जिनके नाम विकास के लिए भागीरथी गंगा बहाने में लिए जाते हैं। बात चाहे सागर में रहे आईएएस की हो या आईपीएस। यह अफसर कुछ ऐसा कर गए हैं जो जनता के दिलों पर आज भी उनकी अमित छाप है। लाखा बंजारा झील की सफाई और राजघाट परियोजना वीआर नायडू की देन है। यह उस समय सागर के कलेक्टर हुआ करते थे इसके बाद विकास गुप्ता; डॉ कोमल सिंह जिन्होंने विकास एक्सप्रेस और टेलीफोन के माध्यम से जनता की समस्याओं का हल यानी “हेलो से निकलता हल” का शुभारंभ किया था। आईपीएस में डॉक्टर राजेंद्र मिश्रा; पंकज श्रीवास्तव; केपी खरे जैसे अफसरों ने बता दिया था ला एंड आर्डर और कानून क्या है।इसी तरह कमिश्नर पुखराज मारू; निगम प्रशासक आरपी मंडल: मनोज श्रीवास्तव जैसे अफसरों ने भी सागर के लिए बहुत कुछ किया है। उसी पंक्ति में अब निगम आयुक्त श्री आरपी अहिरवार भी शुमार होते जा रहे हैं।
सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।