गर्भवती महिलाओं को अब दी जाएंगी अच्छी सेवाएं।
बुरहानपुर से सोहैल खान की रिपोर्ट।
बुरहानपुर। गर्भवति महिलाओं की देखरेख और बेहतर इलाज नहीं मिलने के अभाव कई बार प्रसव के दौरान मातृ और शिशु की मौत हो जाती है। शासन द्वारा मातृ और शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए जिले में सुमन हेल्प डेस्क सुरक्षित मातृत्व की शुरूआत की गई है। डेस्क के माध्यम से गर्भवति महिलाओं की निगरानी रखने के साथ ही समय समय पर मेडिकल चेकअप कराया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रसव पूर्व जांच कर हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सुमन हेल्प डेस्क की सुपरवाइजर शौकत जहां ने बताया कि गर्भ अवस्था के दौरान शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं का बेहतर इलाज एवं प्रसव के लिए स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाना डेस्क का उद्देश्य है। गर्भवति माताओं को फोन कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेने के साथ ही जिलेभर के 22 स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाकर चेकअप कराना है। 165 से अधिक एएनएम कार्यकर्ताओं को शामिल कर गर्भवति महिलाओं की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर भी अपडेट की जाती है। अगर किसी महिला को कोई तकलीफ होती है तो स्वास्थ्य कर्मचारियों के मध्यम से केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है। मातृ, शिशु मृत्यु दर पर होगी निगरानी जिले भर में प्रसव के दौरान होने वाली मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर भी निगरानी रखकर कॉल सेंटर पर जानकारी अपडेट करना होगी। स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज के लिए नहीं पहुंच रही महिलाओं की जानकारी एवं कारण भी पता किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश गर्भवति महिलाएं टीकाकरण एवं चेकअप कराने से घबराती हैं। ऐसी महिलाओं को जागरूक कर नि:शुल्क वाहन सेवाओं के माध्यम से केंद्रों तक पहुंचाने की योजना भी तैयार की गई है।
बुरहानपुर से सोहेल खान की रिपोर्ट।