मुंगेली जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 75 वें स्वतंत्रता दिवस, देखिये खास खबर।
मुंगेली जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 75 वें स्वतंत्रता दिवस
जिला चीफ ब्यूरो पीताम्बर खांडे की ख़ास रिपोर्ट।
मुंगेली। सत्य, अहिंसा, शांति, करूणा, संवेदनशीलता, गरीबों के आंसू पोंछना और कमजोर तबकों को शक्ति देना ही सरकार की पहली प्राथमिकता।
अब एक बार फिर 30 जून 2020 तक लंबित सिंचाई जलकर की राशि लगभग 80 करोड़ रूपये माफ करने का निर्णय।
जिला मुख्यालय मुंगेली में प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज।
कोरोना वारियर्स डाॅक्टरों, पुलिस, स्वास्थ्य और स्वच्छता कर्मियों को किया सम्मानित।
मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित स्वतंत्रता दिवस संदेश का किया वाचन।
मुंगेली 75 वें स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मुंगेली जिले में गरिमामय और हर्षोल्लास वातावरण में मनाया गया। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने मुख्य अतिथि की आसंदी से प्रातः 09 बजे जिला मुख्यालय मुंगेली स्थित डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अजीत वसंत और जिले के पुलिस अधीक्षक श्री डी.आर आंचला भी मौजूद थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री गुरू रूद्र कुमार को पुलिस के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दी गई। मुख्य अतिथि श्री गुरू रूद्र कुमार ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा प्रेषित स्वतंत्रता दिवस संदेश का वाचन किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल और अपनी ओर से प्रदेश सहित मुंगेली जिले के नागरिकों को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। तत्पश्चात् प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने शहीद श्री आनंद सिंह की पत्नि श्रीमति ममता राठौर, शहीद श्री नरेंद्र सिंह के पिता श्री रामअवतार साहू, शहीद श्री संतोष पहारे के पिता श्री रतिदास पहारे, शहीद श्री छत्रधारी जांगडे़ की पत्नि श्रीमति चुलेश जांगड़े, शहीद श्री धनजंय सिंह राजपूत के बड़े भाई श्री नेमसिंह राजपूत और शहीद श्री राजकमल कश्यप के पुत्र श्री रजनीश कश्यप को शाल और श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि श्री गुरू रूद्र कुमार ने मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा प्रेषित स्वतंत्रता दिवस संदेश का वाचन करते हुए कहा कि नई प्रशासनिक इकाईयों का गठन विभिन्न क्षेत्रों में न्याय की खुशखबरी लेकर आता है। इसी तारतम्य में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रदेश में 25 नई तहसील बनाने की घोषणा की है। इसके अंतर्गत जिला बेमेतरा में नांदघाट, जिला बलोदाबाजार-भाटापारा में सुहेला एवं भटगांव, जिला बिलासपुर में सीपत एवं बोदरी, जिला सूरजपुर में बिहारपुर, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में चांदों, रघुनाथ नगर, डौरा-कोचली एवं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में कोटमी-सकोला, जिला रायगढ़ में सरिया एवं छाल, जिला कोरबा में अजगरबहार एवं बरपाली, जिला दुर्ग में अहिवारा, जिला उत्तर बस्तर कांकेर में सरोना एवं कोरर, जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में बारसूर, जिला कोण्डागांव में मर्दापाल एवं धनोरा, जिला जांजगीर चांपा में अड़भार, जिला बीजापुर में कुटरू एवं गंगालूर, जिला राजनांदगांव में लालबहादुर नगर और जिला सुकमा में तोंगपाल को नवीन तहसील बनाया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा प्रेषित स्वतंत्रता दिवस संदेश का वाचन में स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों को नमन करते हुए कहा कि 75 वें स्वतंत्रता दिवस एक ऐसा पड़ाव है जहां पर खड़े होकर हमें अपनी विरासत पर गर्व भी होता है और जिसके आगे नवा भारत गढ़ने की जिम्मेदारी भी हमें उठानी है। मुझे यह कहते हुए भी बड़ी खुशी हो रही है कि विकास का छत्तीसगढ़ माॅडल वास्तव में आजादी की दीवानों के सपनों को साकार कर रहा है। उन्होने संदेश का वाचन करते हुए कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपने पहले भाषण में कहा था कि जब तक लोगों की आखों में आंसू है, तब तक हमारा काम खत्म नहीं होगा। उन्होने संदेश में कहा कि सत्य, अहिंसा, शांति, करूणा, संवेदनशीलता, गरीबों के आंसू पोंछना और कमजोर तबकों को शक्ति देना ही सरकार की पहली प्राथमिकता है।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने संदेश का वाचन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों की जान धान में बसती है, इसलिए हमने धान खरीदी को भी न्याय का मुद्दा बनाया। विगत एक वर्ष में 263 नए धान खरीदी केन्द्र खोले गए और 20 लाख 53 हजार किसानों से 92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई। इस तरह से किसानों को समर्थन मूल्य के हिसाब से 17 हजार 240 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, जो छत्तीसगढ़ के इतिहास में अब तक सबसे बड़ा कीर्तिमान है। पहले हमने 1 नवम्बर 2018 की स्थिति में 17 लाख से अधिक किसानों की लंबित सिंचाई जलकर राशि 244 करोड़ रुपए माफ किए थे और अब एक बार फिर 30 जून 2020 तक लंबित सिंचाई जलकर राशि लगभग 80 करोड़ रुपए माफ करने का निर्णय लिया है। सुराजी गांव योजना के माध्यम से नरवा, गरूवा, घुरूवा, बारी के संरक्षण और विकास में मिल रही सफलता मील का पत्थर है। इसके विस्तार में गोधन न्याय योजना से गोवंश के संरक्षण और गोठान की गतिविधियों को प्रोत्साहन मिला है। संदेश वाचन करते हुए प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने कहा कि देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सालभर होने वाले कार्यक्रमों में जब देश राष्ट्रीय पर्व का उल्लास मनाएगा तो उसमें हमारे छत्तीसगढ़ के वे मजदूर भी शरीक होंगे, जिन्हें राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत लगभग 10 लाख मजदूर भाई-बहनों को 6 हजार रुपए सालाना अनुदान सहायता दी जाएगी। पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के कारण जिन क्षेत्रों में कामकाज सर्वाधिक प्रभावित हुआ उनमें शिक्षा का क्षेत्र प्रमुख है लेकिन छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था को अनेक नवाचारों के जरिए निरंतर जारी रखा गया। कोरोना से शैक्षणिक सत्र को अवरुद्ध नहीं होने दिया गया। शिक्षा की गुणवत्ता को शाला स्तर से बढ़ाने हेतु स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना के तहत 171 सरकारी स्कूलों का उन्नयन कर इन्हें सर्वसुविधायुक्त बनाया गया है। मुझे खुशी है कि हमारे प्रदेश के बच्चों ने अंग्रेजी मीडियम में शिक्षा की जोरदार ललक दिखाई है। इसी तरह डाक्टरों तथा अन्य सुविधाओं की कमी को दूर करने हेतु प्राथमिकता से कदम उठाये गये हैं। जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने संदेश वाचन में कहा कि हमें विरासत में 18 हजार करोड़ रूपये की लागत की अधूरी 543 सिंचाई परियोजनाएं मिली थीं जिनमें से अब 138 परियोजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं और 405 का काम प्रगति पर है। 17 दिसम्बर 2018 के बाद 1 हजार 657 करोड रूपये की लागत की 429 परियोजनाएं स्वीकृत की गई है। जिनमें से 12 परियोजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं तथा शेष 417 परियोजनाएं भी शीघ्रता से पूरी करने हेतु जोर दिया जा रहा है। जल जीवन मिशन के माध्यम से हम ग्रामीण क्षेत्रों प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहे है। हमार लक्ष्य है कि 39 लाख ग्रामीण घरों में वर्ष 2023 तक नल से शुद्ध पेयजल देने का काम पूरा हो जाए। विरासत में मिली नक्सलवाद की समस्या पर अंकुश लगाने में मिल रही सफलता उत्साहजनक है। बस्तर फ्राइटर्स बटालियन के तहत 2 हजार 800 सौ नये पदो पर भर्ती की जाएगी।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने संदेश वाचन में कहा कि छत्तीसगढ़ मॉडल से देश में विकास की जो अवधारणा विकसित हो रही है, समरसता और भागीदारी के साथ विकास का जो नया वातावरण बन रहा है, उससे न सिर्फ छत्तीसगढ़ के प्रति देश का विश्वास मजबूत होगा, छत्तीसगढ़ न सिर्फ देश और दुनिया के लिए नई आशाओं का गढ़ बनेगा बल्कि इसका लाभ भारत को अपनी विरासत, मूल्यों और सिद्धांतों के अनुरूप आगे बढ़ाने में भी मिलेगा। छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय गौरव के केन्द्र के रूप में सम्मानित होगा। हम ऐसा ही नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने को प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने संदेश वाचन के बाद मंच से कलेक्टर श्री वसंत के साथ शांति के प्रतीक कपोत और तिरंगे के प्रतीक रंग-बिरंगे गुब्बारे आकाश में छोड़े। तत्पश्चात् उन्होने कोरोना वारियर्स डाक्टर, पुलिस, स्वास्थ्य और स्वच्छता कर्मियों सहित 54 अधिकारी-कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुंगेली विधान सभा क्षेत्र के विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमति लेखनी सोनू चन्द्राकर, उपाध्यक्ष सर्जीत बनर्जी, जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी श्री रोहित व्यास, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनील सोनी, अपर कलेक्टर श्री राजेश नशीने, संयुक्त कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल, प्रदेश साहू समाज के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू, वरिष्ठ नागरिक श्री सागर सिंह बैंस, श्री राकेेश पात्रे, श्री स्वतंत्र मिश्रा, जिला पंचायत सदस्य श्रीमति अंबालिका साहू, श्रीमति जागेश्वरी वर्मा, श्री वशी उल्लाह खाॅ, जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष श्री सोनू चंद्राकर, नगर पालिका मुंगेली के पार्षदगण, शहीदो के परिजन, मुंगेली अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री नवीन भगत, सहित जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी, विभिन्न मिडिया के प्रतिनिधि सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला कलेक्टोरेट के अधीक्षक श्री अशोक सोनी और सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी विमित्रा घृतलहरे ने किया।
मुंगेली से पीताम्बर खांडे की रिपोर्ट।