मृतकों को भी मिल रहा कोरोना टीके का प्रमाणपत्र।
लक्ष्यपूर्ति का दबाव या लापरवाही।
एमपी शहडोल से सुनील मिश्रा की रिपोर्ट।
शहडोल। स्वास्थ्य विभाग का अमला इतना एक्टिव है कि मृत व्यक्तियों को कोराना के प्रकोप से बचाने टीके लगाए जा रहे हैं। टीके भले ही न लगाए जा रहे हों किन्तु मृत व्यक्ति के नाम से प्रमाण-पत्र अवश्य जारी किए जा रहे हैं। हो सकता है ऐसा लक्ष्यपूर्ति के दबाव में किया जा रहा हो या तो इसे घोर लापरवाही कहा जायेगा।
7 माह पूर्व मृत हुए व्यक्ति को जारी हुआ प्रमाण पत्र।
10 नवम्बर 2021 को एक मृतक व्यक्ति के नाम पर जारी किए गए दूसरे डोज का सर्टीफिकेट जब मृतक के बेटे के मोबाइल पर आया तो उसे लगा कि उसके पिता को टीका कब और कैसे लग गया, चूंकि उनके पिता की मृत्यु कोरोना की वजह से स्थानीय मेडिकल काॅलेज में 15 अप्रैल 2021 को हो चुकी थी। हालांकि मृतक को पहला टीका 25 मार्च 2021 को लग गया था। मृतक को जारी प्रमाण के अनुसार उन्हें कोवीशील्ड की दूसरी डोज 10 नवम्बर 2021, रेल्वे अस्पताल शहडोल में सीमा कचेर नाम की नर्स द्वारा लगाया गया और उनका टीकाकरण पूर्ण हुआ।
लक्ष्य पूर्ति का दबाव या त्रुटि।
प्रशासन द्वारा शत प्रतिशत वैक्सीनेशन की मुहिम चलाई जा रही है। घर-घर जाकर, यहाँ तक कि खेतों में जाकर लोगों को टीका लगाया जा रहा है, टीकाकरण हेतु काफी मशक्कत की जा रही है ताकि लक्ष्यों की प्राप्ति हो सके। हो सकता है कि लक्ष्य पूर्ति के दबाव में आँकड़े बढ़ाने के लिए सर्टीफिकेट जारी किए जा रहे हों, या हो सकता है ऐसा त्रुटिवश हुआ हो। किन्तु इस मामले में ऐसी लापरवाही या त्रुटि न्यायसंगत नहीं लगती। जिस वैक्सीनेशन को स्वयं देश के प्रधानमंत्री स्वयं अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं, क्या मैदानी अमला सिर्फ खानापूर्ति करने में लगा है।
बिना टीका लगे मिल रहा सर्टीफिकेट।
नगर में जन चर्चा है कि आपको यदि बिना टीका लगवाए सर्टीफिकेट चाहिए तो वह भी आपको उपलब्ध हो जाएगा। यदि ऐसा हो रहा है तो उच्चाधिकारियों को संज्ञान में लेकर इसकी जांच कराई जाकर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि शासन द्वारा चलाए जा रहे इस व्यापक अभियान की खानापूर्ति न हो।
इनका कहना है….
ऐसा तो होता नहीं है, हालांकि लाखों टीके लग रहे हैं, तो मोबाइल नंबरों में मिस्टेक के कारण एक आध केस में त्रृटिवश ऐसा हो सकता है।
डाॅ. अशुमान सोनारे
टीकाकरण प्रभारी
एमपी शहडोल से सुनील मिश्रा की रिपोर्ट।