खुशियों की दास्तां: ड्रिप सिस्टम से खेती की तो सुहागसिंह की आय बढ़ी और घर में आई खुशहाली।
एमपी हरदा से बृजेश रिछारिया की रिपोर्ट।
हरदा। हरदा जिले के तहसील खिरकिया के ग्राम सांगवा माल निवासी श्री सुहाग सिंह सिंचाई का साधन न होने के कारण परंपरागत तरीके से खेती कर किसी तरह जीवकोपार्जन कर रहे थे। परम्परागत खेती के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। श्री सुहाग सिंह को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ड्रिप संयंत्र स्थापना के लिये सहायता मिलने की योजना के बारे में बताया तो वह तुरन्त तैयार हो गए। श्री सुहाग सिंह ने उद्यानिकी विभाग में जाकर इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया और कुछ ही दिन में उनका प्रकरण स्वीकृत भी हो गया, जिससे उनके खेत में ड्रिप संयंत्र सुविधा उपलब्ध हुई।
किसान श्री सुहाग सिंह बताते हैं कि पहले गेहूँ, चने की खेती करते थे तो उतनी आय नहीं होती थी। गाँव के अन्य किसानों को उद्यानिकी फसल की खेती करते देखा और उससे हुए लाभ की जानकारी ली तो सुहाग सिंह ने भी गेहूँ, चने की खेती छोड़ मिर्ची की खेती अपनी 1.2 हेक्टेयर जमीन में की। ड्रिप पद्धति से सिंचाई के बाद मिर्ची का बम्पर उत्पादन हुआ। सुहाग सिंह ने बताया कि 1.20 हेक्टेयर में लगभग 100 क्विंटल मिर्ची का उत्पादन हुआ जो कि लगभग 3 लाख रूपये में बिकी। सुहाग सिंह का कहना है कि परम्परागत खेती की जगह उद्यानिकी फसल लेने से उसकी आय लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है, जिससे परिवार में खुशहाली आई है और घर में सभी लोग बहुत खुश है।
एमपी हरदा से बृजेश रिछारिया की रिपोर्ट।