पानी, बिजली और ड्रेनेज़ जैसी मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखें: कलेक्टर
कलेक्टर ने ट्रांसपोर्ट नगर और नए बनने वाले दोनों बस स्टैंडों का निरीक्षण किया।
एमपी सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।
सागर। सागर में लगभग 1200 बड़े मालवाहक वाहन रजिस्टर्ड हैं। इनमें से लगभग 25-30 प्रतिशत गाड़ियां खड़ी रहती होंगी इसलिए ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रकों सहित अन्य वाहनों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पार्किंग एरिया का निर्माण करें। इसके साथ ही माल लोडिंग सहित इनके अधिकतम वजन का ध्यान रखते हुए फ्लोर तैयार करें, ताकि कीचड़ आदि की समस्या न हो।
यह निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा अमावनी में बनाए जा रहे ट्रांसपोर्ट नगर का स्थल निरीक्षण करते हुए दिए। इस दौरान स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि ट्रकों की आवाजाही के साथ जनता का भी आना जाना बढेगा इसलिए यहां पानी, बिजली, ड्रेनेज़ आदि सभी मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। फायर सेफ्टी एवं पुलिस व्यवस्था के भी प्रावधान रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि बारिश के दौरान पहाड़ी से बहकर आने वाले पानी की निकासी के लिए ड्रेन का निर्माण करें ताकि जलभराव बिल्कुल भी न हो। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने ट्रांसपोर्ट नगर के प्लान की स्थल पर ही समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने यहां 25 मीटर चौड़ी मुख्य सडक के साथ अन्य सड़कों, कमर्शियल कॉम्पलेक्स, मैकेनिकल कॉम्पलेक्स और गोदामों आदि के लिए चिन्हित जगह की बारीकी से जानकारी ली एवं देखा। उन्होंने कहा कि पूरे ट्रांसपोर्ट नगर में बाउंड्रीवॉल बनाएं, जिससे यह अलग और सुरक्षित रहे।
इसके साथ ही कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने भोपाल रोड के पास बनाए जाने वाले बस स्टैंड एवं न्यू आरटीओ ऑफिस के पास बनाए जाने वाले बस स्टैंड का भी स्थल निरीक्षण कर दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि यहां भी पानी, बिजली आदि सभी आवश्यकताओं का ध्यान रखें। बसों को धोने और सुधारने आदि के लिए अलग से वर्कशॉप एरिया का निर्माण करें, ताकि बस स्टैंड परिसर स्वच्छ रहे। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने स्मार्ट रोड के तहत तिली चौराहे के व्यवस्थित और सुन्दर निर्माण के साथ यहां के ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए स्थल पर चौराहा निर्माण से पहले किए गए मार्किंग का भी निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर श्री केपी श्रीवास्तव, एई राजबाबू सिंह, पीएमसी एक्सपर्ट एवं निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
एमपी सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।