माफिया के प्रति कलेक्टर के तेवर सख्त; सूदखोरी, हत्या सहित माफियाओं पर कार्रवाई।

माफिया के प्रति कलेक्टर के तेवर सख्त; सूदखोरी, हत्या सहित माफियाओं पर कार्रवाई।

131 करोड़ रुपये से अधिक सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया।

सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।

सागर। एंटी माफिया अभियान के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा समस्त प्रकार के माफियाओं पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर दीपक आर्य एवं एसपी तरुण नायक द्वारा संयुक्त रूप से संपूर्ण जिले में कार्रवाई कराई जा रही हैं। इस तारतम्य में जिले के सभी राजस्व एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा अपने दल-बल के साथ जिले में समस्त प्रकार के माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही है। इन माफिय में सूदखोरी, भूमाफिया, मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत माफिया, खनन माफियाओं के खिलाफ, गुंडे, बदमाश, अवैध शराब का विक्रय करने वालों पर कार्रवाई कर जिले को माफिया मुक्त जिला बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि मध्यप्रदेश को माफिया मुक्त करना है और उनके इरादों को नेस्तनाबूद करना है। इसी निर्देश के पश्चात कलेक्टर और एसपी के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन के संयुक्त प्रयास से संपूर्ण जिले में कार्यवाही की जा रही हैं। एसपी ने बताया कि एक बैठक आयोजित कर पुलिस एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित समस्त प्रकार के अपराधियों सूदखोरों, माफियाओं बदमाशों, गुंडों पर कार्रवाई कर उन्हें नेस्तनाबूद करना है। इसी कड़ी में विगत दिनों की गई विभिन्न कार्रवाईयों में 131 करोड़ 14 लाख रुपए से अधिक की शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है।

Over Rs 131 crore encroachment removed from government land.

इसके अंतर्गत सागर नरसिंहपुर रोड पर चितौरा टोल टैक्स नाके के पास पांच ढाबों एवं 3 अस्थाई दुकानों को हटाया गया जिनकी बाजार कीमत 78 लाख 20 हजार रुपए आकी गई है। इसी प्रकार सुरखी क्षेत्र के अंतर्गत 1.73 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाया गया जिसकी कीमत 20 लाख रुपए आकी गई।तहसीलदार ने बताया कि मकरोनिया पैराडाइज होटल के सामने स्थित हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर से 7 अर्ध पक्के मकानों को हटाया गया। जिनकी कीमत लगभग 70 लाख से अधिक आंकी गई है। कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर एक बड़ी कार्रवाई की गई है जिसमें बामन खेड़ी मौजा के पटवारी हल्का नंबर 4 में स्थित शासकीय भूमि खसरा नंबर 87, 101 ,102, 103 रखवा में से .0970, 2.5 33, 1.761, 0.840 हेक्टेयर’ कुल रकबा 5.31 हेक्टेयर से अतिक्रमण हटाया गया। इस भूमि पर बबलू पिता हीरालाल प्रजापति 3200 वर्ग मीटर, कपिल पिता श्री प्रकाश साहू 348 वर्ग मीटर, आशीष अमित पिता श्री कुंज बिहारी मिश्रा 2 हेक्टेयर, राजू पिता श्री गंगाराम विश्वकर्मा 207 वर्ग मीटर, दिनेश पिता श्री सीताराम विश्वकर्मा 510 वर्ग मीटर, नीरज पिता श्री आरआर बछिया 120 वर्ग मीटर, इकबाल खान 97 वर्ग मीटर, गोविंद पिता श्री गोरेलाल विश्वकर्मा 44 वर्ग मीटर, राम जी पिता श्री रमन पवार 6 वर्ग मीटर, मनोज पिता श्री देवीलाल प्रजापति 78 वर्ग मीटर, प्रदीप सप्रे 9 वर्ग मीटर, राजकुमार पिता श्री बेनी प्रसाद ठाकुर 816 वर्ग मीटर, कालू विश्वकर्मा 480 वर्ग मीटर एवं राजू पिता छोटेलाल घोसी 9 वर्ग मीटर से अतिक्रमण हटाया गया है। जिसकी कीमत 100 करोड़ रुपए से अधिक की आकी गई है। कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि खुरई विकासखंड में अनुविभागीय अधिकारी मनोज चौरसिया द्वारा खुरई खिमलासा मुख्य मार्ग से कृषि यंत्र फैक्ट्री वाले क्षेत्र में पूरन द्वारा .82 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा किया गया था, जिसकी बाजार कीमत 3 करोड़ 20 लाख रुपए है। इसी प्रकार खुरई के ही संत कबीरदास वार्ड में जितेंद्र पिता सुखदेव शिवलानी द्वारा नजूल की भूमि पर 15 वर्ग फुट का कब्जा किया गया था। जिसकी कीमत 26 लाख रुपए आंकी गई है। एसडीएम मनोज चौरसिया ने बताया कि ग्राम बरोदिया नोनागर की शासकीय भूमि खसरा नंबर 9 रकबा 3350 वर्ग फुट पर पक्का निर्माण और बाउंड्री बनाकर कब्जा करके और शासकीय रास्ता भूमि खसरा नंबर 452 रकबा 0.15 पर कब्जा करना पाया गया।आरोपी रिजवान पिता शब्बीर हसन, सब्बीर हसन पिता शकूर हसन द्वारा कब्जा किया गया था। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 294, 323, 324, 506, 107, 116, 34, 110, 147, 148, 307 के तहत  मामला दर्ज है। हटाए गए कब्जे की संपत्ति की कीमत 23.50 लाख रुपए से अधिक आंकी गई है।कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि रहली विकासखंड में अनुविभागीय अधिकारी जितेंद्र पटेल, तहसीलदार कुलदीप पाराशर, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनुराग पांडे, तहसीलदार संदीप तिवारी सहित राजस्व एवं पुलिस के अन्य अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा कार्रवाई की गई। जिसमें 15 एकड़ की जमीन  से अतिक्रमण हटाया गया है। जिसकी बाजार कीमत 30 लाख रुपए आंकी गई है। इसी प्रकार एसडीएम जितेंद्र पटेल के द्वारा पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों के संयुक्त प्रयास से गढ़ाकोटा में एक अन्य कार्रवाई करते हुए हत्या के प्रयास में 307 एवं सूदखोरी के मामले में बलवंत उर्फ रिंकू उर्फ लाखन और पिंटू द्वारा 6000 वर्ग फुट पर आलीशान होटल एवं 50 डिसमिल जमीन पर किए गए कब्जे को सख्ती के साथ हटाया गया। जिसकी बाजार कीमत दो करोड़ रुपए से अधिक की गई है। इसी क्रम में तहसील गढ़ाकोटा अंतर्गत ग्राम सिमरिया बलेह में शासकीय शमसान की भूमि रकबा 1.12 एकड़ से अनावेदक राजकुमार पिता श्री मन्नीलाल का अवैध कब्जा हटाकर ग्राम पंचायत को फेंसिंग कराने कब्जा सौंपा गया। मुक्त कराई गई भूमि का मूल्य लगभग तीन लाख पचास हजार रुपए है। ग्राम बरखेड़ा गोतम में गढ़ाकोटा सागर मुख्य मार्ग पर रोड की भूमि पर सोनू पिता बलराम कोरी द्वारा 0.05 एकड़ पर टीन शेड बनाकर ढाबा बनाया गया था जिसे हटा दिया गया है। इस भूमि की कीमत लगभग 12 लाख रुपए है। बीना विकासखंड के ग्राम दौलतपुर में 28 हेक्टेयर भूमि को माफियाओं से मुक्त कराकर वन विभाग को सौंपा गया। अनुविभागीय अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग, पुलिस विभाग और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई से भू माफियाओं से 28 हेक्टेयर भूमि वन विभाग को अपना कब्जा सौंपा गया। उन्होंने बताया कि इस जमीन की कीमत प्रारंभिक तौर पर लगभग 6 करोड़ से अधिक आंकी गई है। अनुविभागीय अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि वन भूमि पर शिवचरण प्रेम नारायण, कुख्यात बदमाश आरोपी, देवी सिंह भरत सिंह यादव, बुंदेल सिंह राजेश सिंह का कब्जा था इस भूमि से कबजा हटाते हुए वन विभाग को सौपी गयी। कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि संपूर्ण जिले में ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

Over Rs 131 crore encroachment removed from government land.

सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।

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