सागर में एक अफसर ऐसे जिन्हें अपने फर्ज के साथ समाजसेवा का शगल।
कोरोना काल में हरदम जनता के मददगार बने एसडीएम वर्मा; बिल बाउचर और नोटशीट तत्काल बनाई।
सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।
सीएल वर्मा! जी हां- यह वह नाम है; जो सागर के स्थानीय प्रशासन में सम्मान से लिया जाता है! जनता के लिए यह नाम पहचान का मोहताज नहीं है! यह उस शख्स का नाम है जिन्होंने मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र खुरई; राहतगढ़ और सागर में अपनी सेवाएं देने के अलावा समाज सेवक के रूप में छवि छोड़ी है!
बात चाहे तत्कालीन कलेक्टर प्रीति मैथिल और दीपक सिंह के कार्यकाल में कोरोना कॉल के दौरान लॉकडाउन की हो या ला-इन-आर्डर की! सीएल वर्मा ने अपना फर्ज बखूबी निभाया है! खुरई में रहते हुए इन्होंने सुबह से देर रात तक साइकिल से भ्रमण कर कहीं जनता की फरियाद सुनी तो कहीं जनता को राशन सामग्री मुहैया कराने का इंतजाम कराया! कोरोना की उस मुसीबत की घड़ी में इस अफसर के एक आग्रह पर मदद के लिए लोगों का कारवां एक साथ हो जाता था! सागर में उन्होंने कंटेंट जोन बनाने के अलावा शासन की हर गाइडलाइन का पालन करते हुए कोरोना की जंग में लड़ने का साहस दिलाया। कोरोना के उस वक्त में कलेक्ट्रेट पूरा खाली था कोई अधिकारी या कर्मचारी कोरोना वायरस ग्रस्त हो गया था तो कोई छुट्टी पर था लेकिन सीएल वर्मा ने कई विभागों का प्रभार संभाल कर अपनी क्षमताओं का परिचय दिया है!!
खुरई-राहतगढ़ में एसडीएम के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद सागर के स्थानीय प्रशासन में कई शाखाओं के प्रभारी रहे और प्रोटोकॉल भी संभाला! वर्तमान में देवरी एसडीएम के रूप में सीएम की प्राथमिकता वाली योजना अमृत सरोवर में बढ़कर भागीदारी ले रहे हैं। जन सहयोग से इस कार्य को लगभग पूरा करने के प्रयास जारी हैं!! कुछ अफसर चेंबर में बैठकर ही शासन की योजनाएं फाइलों में निपटाते हैं; तो कुछ अफसर ऐसे हैं जो हमेशा जनता के बीच रहकर शासन की योजनाओं को अव्वल पायदान पर लाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं! सीएल वर्मा रहली; खुरई; राहतगढ़ यानी प्रदेश सरकार के तीनों कैबिनेट मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में उम्दा काम कर अपनी छवि छोड़ी है!
सागर में उन्होंने नजूल शाखा के अलावा कई विभागों के प्रभार लेने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट यानी नगर दंडाधिकारी का दायित्व बखूबी संभाला! सीएल वर्मा ने तत्कालीन कलेक्टर दीपक सिंह के कार्यकाल में कोरोना कॉल के दौरान समस्त बिलों का भुगतान; सामग्री का भुगतान कराया! उनके इस कार्य की प्रशासन स्तर पर बहुत तारीफ हुई! इसके अलावा मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली योजनाओं को मूर्त रूप देने में सीएल वर्मा आगे हैं! कलेक्टर दीपक आर्य की उम्मीदों पर खरा उतरने वाले वर्तमान में देवरी एसडीएम सीएल वर्मा जन सहयोग से अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का निर्माण करा रहे हैं! देवरी विधानसभा क्षेत्र में 22 तालाबों का निर्माण होना है; जो प्रगति पर है! क्षेत्र की किसी भी पंचायत से सरपंच-सचिव की शिकायत आती है तो वे तत्काल एक्शन लेते हैं! अपने चेंबर में फरियाद सुनने के अलावा ग्रामीण अंचलों का भ्रमण कर जनता की समस्याओं को शून्य से शिखर की ओर करने के पूरे प्रयास कर रहे हैं!
सीएल वर्मा को हाल ही में सोना पंजरा क्षेत्र में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है! उन्होंने सरपंच सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है! इसके अलावा बात चाहे पुष्कर सरोवर की हो या सीएम हेल्पलाइन में आई शिकायतों की। देवरी में इन दिनों समस्याएं एसडीएम वर्मा के पहुंचने के बाद कम हो रही हैं! कुछ ग्रामीणों ने बताया जब से सीएल वर्मा ने एसडीएम का चार्ज लिया है; फरियादियों की समस्याएं सुनी जा रही हैं और हल हो रही हैं! गौरतलब है सीएल वर्मा ने अपने कार्यों से हर जगह छाप छोड़ी है ! जन भागीदारी को बढ़ावा देने वाले सीएल वर्मा ने कहा-अमृत सरोवर योजना के तहत बन रहे तालाबों में क्रेशर मालिकों के अलावा अन्य लोगों की मशीनें जन सहयोग से ली हैं! केवल डीजल मनरेगा के तहत डलवा रहे हैं! उन्होंने बताया शासन से एक तालाब की लागत करीब 400000 रूपये की राशि प्राप्त हुई है! बाकी काम जनसहयोग से हो रहे हैं! सीएल वर्मा ने संदेश दिया की जनता की जो भी शिकायतें; समस्याएं हों वह उनसे व्यक्तिगत संपर्क कर सकते हैं! उन्होंने कर्मचारियों को दो टूक शब्दों में कहा है- हर काम समय-सीमा में होना चाहिए और भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!!
गौरतलब है कुछ दिन पहले जिला मुख्यालय सागर में हुई कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में सभी एसडीएम आए थे जिनमें से कुछ एसडीएम के कार्यों की तारीफ की गई है !! “संवाददाता” से बातचीत में सीएल वर्मा ने कहा- कलेक्टर की मंशा अनुरूप कार्य करना मेरा दायित्व है! शासन की योजनाएं धरातल पर मूर्त रूप लें यही प्रयास जारी है! जन सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि सरकार जो राशि विकास कार्यों के लिए देती है इसमें यदि जनता का सहयोग भी अंशदान के रूप में लगे तो जनता उसकी कद्र करती है इसलिए जन भागीदारी को बढ़ावा देना मेरा लक्ष्य है।
सागर से विपिन दुबे की रिपोर्ट।