भारतीय रेल ने 20 लाख से अधिक निःशुल्क भोजन वितरित किये
कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान देश भर के लगभग 300 स्थानों से भोजन का वितरण
प्रतिदिन हजारों लोगों को गर्म पका हुआ भोजन खिलाने के लिए विभिन्न भारतीय रेल संगठन एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं
कोविड-19 के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेल द्वारा निःशुल्क गर्म पका हुआ भोजन का वितरण आज 20.5 लाख से अधिक भोजन के साथ, 20 लाख (2 मिलियन) का आंकड़ा पार कर गया।
वैश्विक महामारी ने अभूतपूर्व परिस्थितियाँ पैदा कर दी हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग भूख की चपेट में आ गए हैं। इस महामारी और लॉकडाउन से फंसे हुए व्यक्ति, दिहाड़ी मजदूर, प्रवासी, बच्चे, कुली, बेघर, गरीब और अन्य लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं।
कोविड-19के कारण लॉकडाउन के बाद जरूरतमंद लोगों को गर्म पकाया हुआ भोजन उपलब्ध कराने के लिए 28 मार्च 2020 से कई रेलवे संगठनों के कर्मचारियों ने अथक परिश्रम किया है। भारतीय रेल आईआरसीटीसी बेस किचन, आरपीएफसंसाधनों और गैर सरकारी संगठनों की सहायता से दोपहर का भोजन कागज – प्लेट के साथ और रात का भोजन पैकेट में वितरित कर रहा है। जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन वितरित करते समयसामाजिक दूरी और स्वच्छता के नियमों का पालन किया जा रहा है।
रेलवे स्टेशनों और इसके आसपास के क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों की भोजन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिएआरपीएफ, जीआरपी, जोन के वाणिज्यिक विभागों, राज्य सरकारों, जिला प्रशासन और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से भोजन का वितरण किया जा रहा है।
नई दिल्ली, बैंगलोर, हुबली, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद, भुसावल, हावड़ा, पटना, गया, रांची, कटिहार, दीन दयाल उपाध्याय नगर, बालासोर, विजयवाड़ा, खुर्दा, काटपाडी, तिरुचिरापल्ली, धनबाद, गुवाहाटी, समस्तीपुर, प्रयागराज, इटारसी, विशाखापट्टनम, चेंगलपट्टू, पुणे, हाजीपुर, रायपुर और टाटानगरस्थित आईआरसीटीसी बेस किचन के सक्रिय सहयोग से 20.5 लाख से अधिक पका भोजन आज (20 अप्रैल, 2020) तक वितरित किया जा चुका है। ये बेस किचन विभिन्न जोन-उत्तरी, पश्चिमी, पूर्वी, दक्षिणी और दक्षिण मध्य में स्थित हैं।
इनमें से लगभग 11.6 लाख पका हुआ भोजन आईआरसीटीसीद्वारा, लगभग 3.6 लाख भोजनआरपीएफ द्वारा अपने स्वयं के संसाधनों से,लगभग 1.5 लाख भोजन वाणिज्यिक और रेलवे के अन्य विभागों द्वाराऔर लगभग 3.8 लाख भोजन रेलवे संगठनों के साथ काम करने वाले एनजीओ द्वारा प्रदान किए गए हैं।
आईआरसीटीसी, रेलवे के अन्य विभागों,गैर सरकारी संगठनों और अपने स्वयं के किचन से तैयार किए गए भोजन को जरूरतमंद लोगों के बीच वितरित करने में रेलवे सुरक्षा बल ने प्रमुख भूमिका निभाई है। भोजन के वितरण की शुरुआत 28 अप्रैल, 2020 को 74 स्थानों पर की गई थी जिसमें 5419 जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध कराया गया था। यह संख्या प्रतिदिन बढती रही। वर्तमान में देश भर में लगभग 300 स्थानों पर प्रतिदिन औसतन लगभग 50000 लोगों को आरपीएफ द्वारा भोजन दिया जा रहा है।
अधिक से अधिक लोगों की मदद करने के लिए,भारतीय रेलवे संगठनों ने एक टीम के रूप में साथ मिलकर काम किया है और हर रोज़ हजारों लोगों को गर्म पका हुआ भोजन खिलाया है उनमें आशा का संचार किया है।
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एएम/जेके