विश्व स्वास्थ संगठन के प्रतिनिधि ने ग्रीन अस्पताल के संचालकों को कोविड-19 से सुरक्षा की गाइडलाइन के संबंध में प्रशिक्षण दिया।

विश्व स्वास्थ संगठन के प्रतिनिधि ने ग्रीन अस्पताल के संचालकों को कोविड-19 से सुरक्षा की गाइडलाइन के संबंध में प्रशिक्षण दिया।

उज्जैन से संजय शर्मा की रिपोर्ट।

सीएचएल एवम तेजनकर हॉस्पिटल द्वारा सर्दी, बुखार के मरीजो की जांच के लिए पृथक से तैयार की गई सुविधाओं की सराहना की।

उज्जैन। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर आज मेला कार्यालय में उज्जैन शहर के सभी ग्रीन हॉस्पिटल के संचालकों के साथ विश्व स्वास्थ संगठन के प्रतिनिधि डॉ. शेखावत सिंह ने बैठक कर कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के लिए ग्रीन अस्पताल में बनाये गए टॉयेज एरिया के बारे में चर्चा की। सर्दी खांसी और बुखार की जांच के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से सभी को जानकारी दी। बैठक की अध्यक्षता अपर कलेक्टर क्षीतिज सिंघल द्वारा की गई।

बैठक में डॉ.शेखावत सिंह ने ग्रीन हॉस्पिटल के संचालकों से चर्चा करते हुए बताया कि उन्हें अपने-अपने अस्पताल में सर्दी, खासी, बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की जांच के लिए पृथक से ट्राईऐज एरिया बनाना है। साथ ही स्टाफ एवं मरीजों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए भी विशेष ध्यान रखना है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में किस तरह के लक्षण होते हैं ।डॉ शेखावत ने बताया कि आमजन में यह जागरूकता लाना आवश्यक है। कि लोग अपनी बीमारी को छुपाए नहीं। जैसे ही सर्दी खांसी व तेज बुखार के लक्षण उत्पन्न हो वह चिकित्सकों के पास आकर अपना परीक्षण करवाएं। शुरुआती दौर में यदि मरीज चिकित्सालय में पहुंचकर अपनी जांच करवा लेता है तो निश्चित रूप से उसकी सेहत में सुधार होने के अवसर बढ़ जाते हैं। किंतु मरीज यदि देरी से पहुंचता है तो मामला गंभीर हो जाता है। डॉ.शेखावत ने ग्रीन हॉस्पिटल के विभिन्न संचालकों के प्रश्नों के जवाब दिए तथा कहा कि वे अपने यहां के स्टाफ को पर्याप्त प्रशिक्षण देकर निडरता के साथ फ्लू ओपीडी का संचालन करें।

बैठक अपर कलेक्टर सिंघल ने बताया कि उज्जैन शहर के सभी ग्रीन हॉस्पिटल्स को कहा गया है कि वे अपने यहां आने वाले सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों की जांच के लिए प्रथक से ओपीडी तैयार करें एवं समस्त सुरक्षा के उपाय को अपनाते हुए कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को स्टेबल करने के उपरांत ही रेड हॉस्पिटल में रेफर करें। रेड हॉस्पिटल में रेफर करने के पूर्व जिला प्रशासन द्वारा गठित किये गए दल से अनुशंसा आवश्यक है।उन्होंने कहा कि यथासंभव कोरोना संदिग्ध मरीज को रात्रि में रेड हॉस्पिटल में शिफ्ट नहीं किया जाना है।

सीएचएल एवं तेजनकर हॉस्पिटल का निरीक्षण किया
सैंपल लेने के तरीके को देखा।

विश्व स्वास्थ संगठन के प्रतिनिधि डॉक्टर शेखावत सिंह ने आज एवं कल में क्रमशः सीएचएल एवं तेजनकर हॉस्पिटल की विजिट की तथा यहां पर सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों की जांच के लिए तैयार किए गए तैयार टॉयज एरिया एवम फ्लू ओपीडी का निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों ही अस्पतालों में की गई व्यवस्थाओं की को ठीक पाया तथा प्रशंसा की ।डॉ शेखावत सिंह ने इसके बाद बेगमबाग क्षेत्र में जाकर कोरोनावायरस सांक्रमन की जांच के लिए लिए जा रहे हैं सैंपल की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि उज्जैन में सैंपल लेने का तरीका अत्यंत ही अच्छा है और इसमें सभी पैरामीटर्स का पालन किया जा रहा है। बैठक में केसी पाटीदार, श्रीमती विनीता राय विभिन्न ग्रीन हॉस्पिटल के संचालक जिनमें डॉ।कात्यायन मिश्र, डॉ.हर्ष मंगल, डॉक्टर चिराग देसाई , डॉ.अब्राहिम , डॉक्टर रवि जैन, डॉ. अमित भार्गव , डॉ.सुशील गुप्ता, डॉ. मयंक गुप्ता, फादर एंथोनी, फादर कुरियन एवं सुश्री आफ्शा मेमन शामिल थे।

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