भीषण गर्मी में पंछियों के लिये दाना-पाणी का प्रबंध। देवलघाट के हारिस खान और मित्र कर रहे दो साल से ये काम।
बुलढाणा से अल्ताफ़ खान की रिपोर्ट।
जहाँ बढ़ते तापमान की गर्मी की वजह से हर कोई परेशान हो चुका है। चारा-पानी की समस्या गहराती जा रही है। पानी के लिये लोगों को भटकना पड़ रहा है और इस गर्मी का असर सबसे ज्यादा पंछियों पर होता नजर आ रहा है।
पंछियों के दाना-पाणी की तरफ किसी का ध्यान भी नहीं जाता। मगर दो साल से पंछियों के दाना-पाणी का प्रबंध देवलघाट के हारिस खान और उनके मित्र कर रहे हैं। बढ़ती गर्मी में सबसे बड़ी समस्या पशु-पंछियों को होती है। खेत और जंगल ज़्यादातर पानी के साधन सूख जाते हैं। जिसकी वजह से पशु-पंछियों भटकना पड़ता है। ऐसे अनेकों बेज़ुबान बिन दाना पानी के खतम भी हो जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए देवलघाट के हारिस खान, अहमद आर्टिस्ट और दोस्तों ने मिलकर ग्राम से नजदीक अजंता पर्वत और खेतों में खुद के पैसों से 100 से 150 जलपात्र लगाकर चावल के दाने और कुछ फल भी उपलब्ध कराये हैं।
अलग अलग एरिये में एक दिन की आड़ में जाकर ये युवक जलपात्र में पानी डालने जाते हैं और जहाँ जलपात्र लगे हैं, वहीं चावल के दाने और फल डालते हैं।
खास बात ये है कि रमजान का महीना शुरू है और ये युवक रोजे रख कर इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। इनके इस काम की चारों तरफ़ तारीफ हो रही हैं।