अब ग्रामीण क्षेत्र में ही होगी बैंक पेमेंट इन दोनों योद्धाओं की मेहनत रंग लाई।
नागदा से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
नागदा बैंक से ग्रामीण अपने ही ग्राम पंचायतों से बैंक क्योस्क के माध्यम से अपनी ग्राम पंचायत से रुपयों का लेनदेन कर सकते हैं।
जी हाँ! ये सब सम्भव हो सका है एसडीएम आरपी वर्मा, सीएसपी मनोज रतनाकर की वजह से।
इन दोनों की एक जैसी सोच से इस लॉकडाउन में दोनों की जोड़ी ने अहम भूमिका निभाई हैं। दोनों योद्धाओं को बैंक में लग रही भीड़ की बार बार सूचना मिल रही थी।
ग्रामीण के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब नहीं समझ पा रहे थे।
जिसके बाद इन दोनों के दिमाग़ में एक तरीका सुझा क्यो ना सभी बैंक मैनेजर से एक मीटिंग रखी जाय। बैंक और ग्राम पंचायतों की सहायता और क्योस्क की मदद से उन्हीं की ग्राम पंचायतों में बैंक से लेनदेन करवाया जाय।
फिर क्या था स्टेट बैंक से शुरुआत करते हुए इन दोनों योद्धाओं ने मीटिंग की शुरूआत की और सफल भी हुई।
बैंक मैनेजर को इन दोनों का सुझाव अच्छा लगा उन्होंने तुरंत हामी भरते हुए इस विषय पर कार्य शुरू कर दिया है
पहले भी सूझबूझ से कार्य का लोहा मनवा चुके हैं। जय और वीरू।
कोरोना की इस भयंकर स्थिति में भी अपने तेज दिमाग और अड़ियल रवैये से आरपी वर्मा ने किसी भी परिस्थितियों में लाकडाउन को लेकर फालतू समझौता नहीं किया। चाहे कितना भी प्रेशर हो और अपनी बात पर अड़े रहे। सभी लोगों से लाकडाउन का पालन सख्ती से करवाया। इसी प्रकार नागदा सीएसपी ने भी कानून का लोगों से पालन करवाया। चाहे प्रेम से हो या सख्ती से इन दोनों योद्धाओं की लाकडाउन में अहम भूमिका हैं तभी तो इन्हें जय और वीरू यूँ ही नहीं कहा जाता। मगर इन दोनों योद्धाओं को सेल्यूट करता है।