कोरोना से लड़ाई में फ्रंट लाइन रहकर कर रहे जिले का नाम रोशन।


कोरोना से लड़ाई में फ्रंट लाइन रहकर कर रहे जिले का नाम रोशन।

बैतूल से इमरान खान की ख़ास रिपोर्ट।

जिस तरह से मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उससे हर कोई चिंतित है।

प्रत्येक व्यक्ति अपनी रक्षा करने के लिए घर में ही रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहा है।

परंतु हमारे बेतुल जिले में कुछ ऐसे भी शेर हैं जो अपनी जान की परवाह किये बिना भी जनता की सेवा में लगे हुए हैं।

सर्वप्रथम बैतूल शहर के पटवारी कॉलोनी के निवासी डॉ.पुनीत डोंगरे जो कि भोपाल के पंडित खुशीलाल शर्मा विश्वविद्यालय के M D स्कॉलर हैं।

उनकी शादी मात्र 10 दिवस पूर्व 4 मई को हुई और अपनी कर्तव्यनिष्ठा निभाते हुए आदेश आने पर उन्होंने मात्र 10 दिन के बाद ही भोपाल में अपनी ड्यूटी जॉइन कर ली।

डॉ.पुनीत अभी भोपाल के सबसे डेंजर हॉट स्पॉट एरिया जहांगीराबाद में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन्हीं के साथ डॉ.वर्षा उईके, डॉ.प्रियंका बारंगे, डॉ.कैलाश इवने आठनेर यह सभी खुशीलाल शर्मा विश्वविद्यालय के इंटर्न डॉक्टर्स हैं।

यह सभी डॉक्टर इतनी गर्मी में भी निरन्तर 6 से 8 घण्टे तक PPE किट पहन कर कार्य कर रहे हैं। देश की सेवा कर रहे हैं।

प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिससे लड़ने में पूरा स्वास्थ्य विभाग एवं सरकार लगी हुई है।

भोपाल में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच भी यह डॉक्टर कंटेन्मेंट जोन में भी स्क्रीनिंग एवं सैंपलिंग के कार्य कर रहे हैं।

आयुष विभाग की गाइडलाइंस के अनुसार पंडित खुशीलाल शर्मा विश्वविद्यालय के अंतर्गत इन चिकित्सकों द्वारा भोपाल शहर में जगह जगह पर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले काढ़ा एवं वटी का भी नि:शुल्क वितरण किया गया है।

सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी जिस प्रकार अभी तक कोई कारगर दवा या वैक्सीन की खोज नहीं हो पाई है।

और WHO के मुताबिक भी जल्द से जल्द वैक्सीन के आने की संभावनाएं नहीं के बराबर है।

ऐसी स्तिथि में आयुर्वेदिक उपचार एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय ही सबसे कारगर साबित हो रहे हैं।

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