अजब-गजब। जमीन वालों के नाम से भी जारी हो रहा आवास।
उदयपुरा पर्वत सिंह राजपूत कि रिपोर्ट
इधर लिस्ट में नाम तक नहीं है गरीब परिवार का।
उदयपुरा ब्लॉक के अंडिया पंचायत गांव बॉसखेडा में अब बेघर होने की स्थिति में आ चुका एक परिवार।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई पंचायतों में जिनके पास जमीन भी है और मकान भी हैं उनके नाम से भी आवास आवंटित हो रहा है। नतीजा सरकार की योजना का लाभ बहुत से गरीबों को नहीं मिल रहा है तो कई गरीब परिवार टूटे-फूटे छप्पर वाले मकान या झोपड़पट्टी से गुजारा कर रहे हैं।
उदयपुरा ब्लॉक के अंडिया पंचायत गांव बॉसखेडा में ऐसी ही समस्या के चलते एक परिवार अब बेघर होने की स्थिति में आ चुका है।
आखिर ये अंधेर क्यों। बॉसखेडा के ही बल्लू केवट ने कहा कि उनका मकान बहुत छोटा है। सपना था कि पीएम आवास योजना से उनका आशियाना संवर जाएगा। लेकिन आवास की लिस्ट में उनका नाम ही नहीं है।
बॉसखेडा के बल्लू केबट ने कहा कि झोपड़पट्टी ही एक सहारा है। जैसे तैसे ऊपर छप्पर बचा कर काम चला रहे हैं। रहने के लिए एक ही कमरा है। आवास स्वीकृत हुआ ही नहीं है और हालत ये है आंधी तूफान और बारिश में कभी भी ये झोंपड़ी को क्षति पहुंच सकती है और उन्हें उसी घर में जैसे तैसे रात गुजारनी पड़ती है।
बल़्लू केवट ने कहा कि लंबे समय से आवास की मांग कर रहे हैं। फिर भी हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
ग्राम पंचायत अंडिया सरपंच का कहना है की आप धैर्य रखें अगली बार आपका नाम आ जायेगा।