एक तो कोरोना की मार दूजे हो रहे लोग बेरोजगार।
शहडोल से मोहित तिवारी की रिपोर्ट।
शहडोल। कोरोना से निपटने के लिए और लोग भूखे न रहे इसके लिए देश के प्रधान ने लोगों से बार बार निवेदन किया कि किसी को न तो नौकरी से निकालें न किसी का वेतन काटा जाय। देश के प्रधानमंत्री के निर्देशों को ताक पर रखा जा रहा है।
कोरोना के प्रकोप से जूझ रहे लोगों की स्थिति और लाकडाउन ने लोगों को सीधे ही लाक कर दिया है। इस दौरान कुछ लोग बेरोजगार हो गए तो कुछ को किए गए।
रोजगार के बदले वेतन ही नहीं मिल रहा है। लाकडाउन करते समय देश के प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट तौर पर लोगों से आग्रह किये थे कि किसी भी कर्मचारी को रोजगार से न निकाला जाए और न ही उसका वेतन रोका जाए किन्तु जिले के अंतिम छोर नौगवां माइंस में कार्यरत सांई सेवा सर्विस से आहत होकर लाउंड्री ब्वाय, रूम ब्वाय, हाउस कीपिंग तक के छोटे तबके के कर्मचारियों ने कम्पनी की शिकायत की है।
मानव अधिकार संगठन के माध्यम से कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर से शिकायत की है और लिखा है कि जिले के नौगवां क्षेत्र में स्थित साईं सेवा सर्विसेज sss कम्पनी के खिलाफ मानव अधिकार संगठन के जिलाध्यक्ष ने यह शिकायत की है कि इस कम्पनी द्वारा छोटे तबकों के कर्मचारियों के वेतन विगत तीन माह से नहीं दी है। जिससे इन छोटे स्तर के कर्मचारियों को अपना जीवन निर्वाह करने में मशक्कत करना पड़ रहा है। लाकडाउन की स्थिति में सारे बाजार, धंधे, काम ठप्प होने से ये कर्मचारी कहीं और कार्य भी नहीं कर सकते। ऐसे में सभी कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर से याचना की है कि उनका वेतन उन्हें प्रदाय की जाए।