पहली बार ईदगाह पर नहीं परिवार के साथ घरों में अदा की ईद उल फितर की नमाज।
जावर से अदनान हुसैन की रिपोर्ट।
जावर। ईद-उल-फितर का त्योहार मुस्लिम बंधुओं ने सोमवार को सादगी पूर्ण वातावरण में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए घरों में ही रहकर मनाया।
नमाज भी घरों में ही रहकर अदा की। मस्जिदों में भी इमामों ने सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए पांच लोगों संग नमाज अदा की और कोरोना संक्रमण से निजात दिलाने के लिए दुुआख्वानी की।
जामा मस्जिद में हाफिज शाहिद उद्दीन, छोटी मस्जिदों में मौलाना नोशाद जुल्फी ने 5 लोगों के संग नमाज अदा कराई वही ईदगाह पर भी 5 लोगों ने नमाज अदा की।
इस बार प्रशासिनक निर्देशों का पालन करते हुए ईदगाह पर इस बार कोई भी नमाजी नहीं पहुंचा।
जावर तहसील के ग्रामीण क्षेत्रो में भी ईद के पर्व पर मुस्लिम धर्म के लोगों ने मस्जिदों के बजाय अपने घरों में ही ईद की नमाज परिवार के साथ अदा की।
इस बार लॉकडाउन के चलते बदले हुए हालातों में ईदगाह के बजाय उन अपने घरों में ही परिवार के सदस्यों के साथ समाजिक दूरी बनाते हुए अपने धर्म के अनुसार इसका पालन करना बेहतर समझा।
हर ईद पर मस्जिद में काफी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग ईद के दिन नमाज अदा करने के उपरांत एक दूसरों को बधाइयां देते थे पर बदले हुए हालातों में ऐसा संभव नहीं हो पाया।
लॉकडाउन के चलते सगे संबंधी भी एक दूसरे के घरों में पहुंच कर ईद के अवसर पर एक दूसरे के यहां बधाइयां देने तक नहीं पहुंच पाए।
मोबाइल फोन पर ही एक दूसरे को ईद की मुबारक देने के साथ उनके परिवार के लिए लोगों को मुबारकबाद दी।