मास्क लगाकर दूल्हा-दुल्हन ने लिए सात फेरे। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह हुआ पालन।
उज्जैन से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
मड़ावदा। घर में शादी होने पर पूरा परिवार उत्साह में रहता है। शादी घर में बैंड-बाजों की गूंज रहती है लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण शादी जैसे सामूहिक कार्यक्रम पर भी लॉकडाउन लग गया है।
शुक्रवार को रतलाम जिले के गांव सकरावदा से दुल्हा रवि पिता पुरषोत्मदास बैरागी के साथ ग्राम जलोदीया जागीर नागदा पहुंचा। दूल्हे रवि स्वर्गीय रामदास बैरागी की बेटी रीना की शादी बिना बैंड बाजे, शहनाई, बिना बरात के स्वागत के हुई। दुल्हन के घर गाना बजाना नहीं हुआ। शादी में दूल्हा-दूल्हन सहित परिवारजनों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए शादी की रस्में पूरी की। पण्डित कैलाश शर्मा ने शादी की रस्में करवाई।
दुल्हे रवि ने बताया शादी धूमधाम से करने की इच्छा थी लेकिन कोरोना वायरस के समय लॉकडाउन में की गई शादी यादगार हो गई है। शासन के सभी नियमों का पालन करते हुए शादी को साधारण तरीके से किया। कन्यादान दुल्हन के भाई बालकदास बैरागी ने किया गया।