ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में भेदभाव बरकरार।
ग्वालियर से व्यंकटेश भार्गव की रिपोर्ट।
ग्वालियर। मोदी सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर बीजेपी के विज्ञापन में ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर नदारद हुई।
भले ही ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री और विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं लेकिन भाजपाई अभी भी ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके समर्थकों को दिल से अपनाने को तैयार नहीं हैं।इसका जीता जागता नजारा आज ग्वालियर में देखने को मिला यहां मोदी सरकार-2 के एक साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष में लगाए गए विज्ञापनों से सिंधिया की तस्वीर नदारद नजर आई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं मंत्री और विधायक इस्तीफा देकर कमलनाथ सरकार को बेदखल कर शिवराज सरकार की ताजपोशी में मददगार बने। भाजपा में आने के बाद पुराने भाजपाई सिंधिया को दिल से अपनाने को तैयार नहीं हैं। यही वजह है कि मोदी सरकार-2 का एक वर्ष के कार्यकाल के उपलक्ष्य में बीजेपी द्वारा जारी विज्ञापन में ज्योतिरादित्य सिंधिया की फोटो नदारद नजर आई। जबकि इस विज्ञापन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, सांसद विवेक शेजवलकर एवं कमल मखीजानी, नरेंद्रसिंह तोमर सहित जिला अध्यक्ष तक की तस्वीर छपी है। इसमें
पोस्टर में सिंधिया की तस्वीरें नजर नहीं आ रही हैं। इस विज्ञापन पर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस का दावा है जो इज्जत ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस में मिलती थी वह इज्जत भाजपा में नहीं है।