नशे की दलदल में फंसते आज के युवा।

नशे की दलदल में फंसते आज के युवा।

शहडोल से मोहित तिवारी की रिपोर्ट।

शहडोल जिले के युवा नशे में फंसकर बर्बादी के कगार पर पहुंच रहे हैं। इससे उनकी सेहत तो खराब हो ही रही है साथ ही उनका सामाजिक स्तर भी गिरता जा रहा है।

युवा वर्ग नशे के दलदल में फंसता जा रहा है। नशाखोरी की आदत 12 से 20 साल तक के युवाओं में अधिक देखने को मिल रही है। जिले में युवा पीढ़ी के नशे की जद में आने के बाद से अपराधों में इजाफा हो रहा है।

शहडोल जिले में धनपुरी नशे का गढ़ बना हुआ है। नशे की लगातार हो रही बिक्री से परेशान होकर नगर के पांडवनगर के निवासियों ने पुलिस अधीक्षक से की शिकायत। वार्डवासियों ने कहा कि जिला चिकित्सालय के पीछे नशाखोरी से अत्यंत परेशान है।

चिकित्सालय के पीछे नशीले इंजेक्शन, गोलीयाँ एवं गाँजे की बिक्री का कारोबार देर रात तक किया जाता है।

यहीं पर खुलेआम नशाखोरी भी की जा रही है। जिससे आने जाने वालों को इन नशेड़ियों की गाली गलौज़ , छेड़छाड़ , मारपीट का आये दिन सामना करना पड़ रहा है। जिससे किसी भी दिन कोई बड़ी अप्रिय घटना घटित होने की सम्भावना बनी रहती है।

वार्डवासियों ने कहा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार आशीर्वाद कालोनी निवासी आदित्य तिवारी उर्फ बेटू के द्वारा यहाँ पर अवैध तरीके से नशीले इंजेक्शन, गोलियाँ एवं गाँजे की खुलेआम बिक्री की जाती है।

विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके द्वारा अवैध हथियार का कारोबार भी किया जाता है। इसके पूर्व में भी आदित्य तिवारी उर्फ बेटू के विरूद्ध आशीर्वाद कालोनी पाण्डवनगर के निवासियों द्वारा इसकी शिकायत थाना कोतवाली शहडोल में की गई थी तथा रंगे हाथों पकड़ाये जाने के बावजूद इन्हें 25 आर्स एक्ट लगाकर छोड़ दिया गया। जिससे इसके हौसले और बुलंद हो गये हैं तथा इन्हें किसी भी प्रकार की कार्यवाही का कोई भय नहीं है।

इन नशेड़ियों द्वारा सरेआम नशे की हालत में लोगों को गाली गलौज़ , लड़कियों से छेड़छाड़ और गुण्डागर्दी की जाती है।

विगत कुछ माह पहले ही इसी नशीले इंजेक्शन एवं नशीली दवाईयों के नशे की वजह से अजय सोनी पार्षद के 14 वर्षीय पुत्र की नृशंस हत्या कर दी गई थी तथा वर्तमान में कुछ दिन पूर्व ही धनपुरी हत्याकांड की घटना घटित हुई है।

जिससे इन अवैध नशे का धंधा करने वालों एवं नशेड़ियों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता हैं। 12 से 14 वर्ष की आयु से लेकर 30 से 35 वर्ष की आयु तक के लोग इस नशे के आदी होते जा रहे हैं। इस नशे के कारण शहर में कहीं ना, कहीं अप्रिय घटना को अंजाम दे रहे हैं। जिला चिकित्सालय के पीछे डिस्पैकॉलोनी पाण्डवनगर में इन नशेड़ियों के कारण स्थिति दिनोंदिन अत्यंत खराब होती जा रही है। शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही की मांग वार्डवासियों ने की।

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