हलकी सी बरसात में भिवंडी मनपा से नाला सफाई की खुली पोल। नालों से उफन कर बरसाती पानी आया सड़क पर।

हलकी सी बरसात में भिवंडी मनपा से नाला सफाई की खुली पोल। नालों से उफन कर बरसाती पानी आया सड़क पर।

भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।

भिवंडी। 3 जून को प्रकाशित दैनिक दबंग दुनिया ने यह खबर प्रमुखता से छापी थी कि भिवंडी के अशोक नगर में सीसी सड़क बनाने वाले एमएमआरडीए के ठेकेदार विटकॉन कंपनी ने सड़क बना दी है, मगर नाला बनाने के नाम पर दुनिया भर के बहाने बताकर हाथ ऊपर कर दिया।

दो और तीन जून को निसर्ग चक्रवात के समय शुरू हुई बरसात की वजह से कई सोसायटीओं के सामने पानी भर गया है। “अभी तो झांकी है, पूरी बरसात बाकी है,” की बात चरितार्थ हो रही है।

अशोकनगर के पश्चिमी हिस्से में रहने वाले लोगों का कहना है कि जब तेज बरसात होगी इन सभी 15 बिल्डिंगों की सोसाइटी में एक से लेकर दो से ढाई फीट पानी भरने की आशंका है। इस संदर्भ में महानगरपालिका पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को पहले ही आगाह किया जा चुका है। इस संदर्भ में वार्ड के कांग्रेसी नगरसेवक प्रशांत लाड, भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय पाटिल ने भिवंडी महानगरपालिका आयुक्त डॉ.प्रवीण आस्टीकर को पत्र लिखकर सारी स्थिति से एक माह पहले ही अवगत करा दिया था, लेकिन काम के नाम पर केवल बातें ही हैं।

जबकि 15 बिल्डिंगों के 600 घरों में रहने वाले लोगों के सामने बरसात में इस तरह से सोसाइटी परिसर में पानी भरने का संकट झेलने का कष्ट आने वाला है। जिस पर विशेषकर छोटे, स्कूली बच्चे, महिलाएं तथा बुजुर्ग बीमार नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन मनपा प्रशासन और एमएमआरडीए  के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।

भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका अंतर्गत नाला सफाई के काम को लेकर पहले से ही कई सवाल उठने लगे थे महानगर पालिका के नाला सफाई की उस समय पोल खुल गई, जब मानसून की पहली बरसात निसर्ग चक्रवात को लेकर के शुरू हुई और 2 जून रात से बूंदाबांदी हो रही थी, भिवंडी में 3 जून को सुबह हल्का सा पानी बरसा, जिसके कारण अप्सरा टॉकीज के सामने का बड़ा नाला जिसकी ठीक से सफाई नहीं की गई थी उसमें से पानी उफन कर कल्याण रोड की मुख्य सड़क पर आ गया।

स्थानीय कांग्रेसी नेता, सामाजिक कार्यकर्ता ताज खान बताया कि नाला सफाई का काम केवल दिखावा है। ठेकेदार यह चाहते हैं कि इसी बीच तेज बरसात हो जाए और सारा कचरा अपने आप बह जाए, जिससे उन्हें नाला सफाई का बिल भुगतान कराने में आसानी हो। खान के अनुसार सही बात यह है कि शहर में नाला सफाई का काम ठीक तरीके से नहीं किया गया और जो काम बाकी है वह ठीक तरीके से नहीं हो रहा है।

जिसके लिए मनपा अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदारों की मिलीभगत शामिल है। अगर नाला सफाई की यही स्थिति रही तो भिवंडी शहर में इस बरसात में भी पिछले वर्ष की तरह बाढ़ की स्थिति पैदा होने से कोई रोक नहीं सकता।

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