भिवंडी में दिल्ली जमात से आए दो कोरोना मरीजों को लेकर मचमच।
भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
एआईएमआईएम के शहर अध्यक्ष ने लापरवाही के कारण मरीज बढ़ने का लगाया आरोप। वैद्यकीय अधिकारी की डिग्री की सत्यापन के साथ केस दर्ज करने की मांग।
दिल्ली जमात से भिवंडी आए दो लोगों का कोरोना पॉजिटिव आने से पहले उन्हें घर छोड़ने को लेकर मचमच शुरू हो गया है। भिवंडी एआईएमआईएम के शहर अध्यक्ष व मनपा के पूर्व सभागृह नेता खालिद गुड्डू ने आरोप लगाया है कि वैद्यकीय अधिकारी ने लापरवाही पूर्वक बिना जांच रिपोर्ट आए राजनीतिक दबाव में आकर इन दोनों को उनके घर छोड़ दिया। जिसके कारण शहर में कोरोना के बढ़ने का खतरा और बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, ठाणे जिलाधिकारी, भिवंडी मनपा आयुक्त डॉ.प्रवीण आष्टिकर को दिए ज्ञापन में भिवंडी एआईएमआईएम के शहर अध्यक्ष, भिवंडी मनपा के पूर्व सभागृह नेता खालिद गुड्डू ने आरोप लगाते हुए बताया है कि भिवंडी में रहने वाले नौ लोग 20 मई को दिल्ली में मरकज से भिवंडी आए थे। जिसमें से दो लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों को टाटा आमंत्रण में कोरंटाइन करने के साथ उनकी कोरोना जांच के लिए सेंपल भेज गया था लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही दोनों को राजनीतिक दबाव में आकर उनके घर छोड़ दिया गया। ईद के मौके पर दोनों कई लोगों से उनके घर जाकर मिले। जबकि कई लोग उसके घर आकर उनसे मिले। जिसके दूसरे दिन दोनों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया।
जिसने शहर में डर का माहौल पैदा कर दिया है। पूर्व सभागृह नेता खालिद गुड्डू ने आरोप लगाते हुए बताया कि मनपा के वैद्यकीय अधिकारी डॉ.जयवंत धुले ने केवल वित्तीय लाभ के लिए अपने कर्तव्य में विफल होकर राजनीतिक दबाव के शिकार हो रहे हैं और भिवंडी के नागरिकों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने डॉ.जयवंत धुले की डिग्री पर भी सवाल उठाते हुए सत्यापन की मांग की है। जो अपनी विफलता के कारण राजनीतिक दबाव में आकर काम कर रहे हैं। उनके अकार्य क्षमता के कारण शहर में कोरोना बढ़ रहा है।
उन्होंने मांग किया है कि उनकी सारी डिग्रियां रद्द कर उनके खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई किया जाय।