किराए पर अटैच कारों को गिरवी रखने के मामले में भाजपा नेताओं के नाम आए सामने।
उज्जैन से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
अनुबंध करने और गवाह में भी वही लोग शामिल। अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा होने की पूर्ण संभावना है।
खाचरौद। महंगी कारों को किराए के नाम पर अटैच कर उन्हें गिरवी रख धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का मामला सामने आया है। अब तक आरोपितों द्वारा कई गाड़ियों को गिरवी रख लाखों रुपए की धोखाधड़ी करना बताया जा रहा है।
किराए पर अटैच कारों को गिरवी रखने के मामले में खाचरौद के भाजपा नगर उपाध्यक्ष और एक कार्यकर्ता द्वारा गिरवी रखने की जानकारी मिली है। मामले में एक कार भाजपा जिला उपाध्यक्ष के घर के पास खड़ी रहना बताया जा रहा है।
कार मालिकों ने शिकायत की है कि आरोपित कार किराए पर लेकर गिरवी रखने का काम कर रहे हैं। वे गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी यह कहकर ले लेते हैं कि पुलिस चेकिंग में मांगे जाने पर कागजात दिखाने होते हैं।
अनुबंध का समय खत्म हुआ तो कार मालिकों ने किराए पर गाड़ी लेने वाले व्यक्ति से मोबाइल पर संपर्क भी किया लेकिन बात नहीं हो पाई। जिसको लेकर शक होने पर कार मालिकों ने जीपीएस से अपनी-अपनी गाड़ी की लोकेशन ट्रेस कर गाड़ी तक पहुंचे और कार मालिक शिकायत लेकर बुधवार सुबह थाने पहुंचे।
किराए पर अटैच कारों को गिरवी रखने के मामले में भाजपा नेताओं के नाम आए सामने।
1- शिकायतकर्ता दीपक पिता भगवान सिंह ठाकुर निवासी गणपति मार्ग नोगांव जिला धार तथा धर्मेंद्र पिता दिलीप चावड़ा निवासी श्री विहार कॉलोनी धार ने खाचरौद पुलिस थाना में शिकायत की है कि, करीब 6 महीने पहले मुकेश पिता दरियाव सिंह मालवीय निवासी डाबरी पीठा उज्जैन ने दोनों से अनुबंध के आधार पर उनकी गाड़ी किराए पर ली थी। अनुबंध के समय मुकेश मालवीय ने बताया था कि वह गाड़ी को किसी कंपनी में अटैच कर आ रहे हैं। 6 महीने के अनुबंध की अवधि समाप्त होने के दौरान लाकडाउन शुरू हो जाने से कार मालिक गाड़ी लेने नहीं जा सके तो उन्होंने मुकेश मालवीय को मोबाइल पर संपर्क किया लेकिन बात नहीं हो पाई।
जिस पर गाड़ी मालिकों को शक हुआ और उन्होंने अपनी कार में लगे जीपीएस को ट्रैक करना शुरु कर दिया। जीपीएस ट्रेकिंग में मिली लोकेशन के आधार पर कार मालिक धर्मेंद्र पिता दिलीप चावड़ा खाचरौद पहुंचा तो यहां उसकी स्विफ्ट डिजायर कार क्रमांक mp09wc2670 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय मेहता के घर के पास खड़ी हुई थी।
धर्मेंद्र चावड़ा ने अपनी कार के फोटो खींचकर, वहां खड़े संजय मेहता से चर्चा की तो पता चला कि यह कार उन्होंने किसी दूसरे से चलाने के लिए ली है। इसके बाद संबंधित ने कार का gps निकलवा कर उसे गायब कर दिया।
2-शिकायतकर्ता दीपक पिता भगवान सिंह ठाकुर ने बताया कि उन्होंने भी अपनी स्विफ्ट कार क्रमांक mp11cc4855 को अनुबंध के आधार पर मुकेश पिता दरियाव सिंह मालवीय को किराए पर दी थी। अनुबंध अवधि समाप्त होने और लॉकडाउन के बाद जब मुकेश से मोबाइल पर संपर्क किया तो बात नहीं हो पाई तो दीपक ने कार को जीपीएस से ट्रेस किया। लोकेशन ट्रेस होने पर वह कार ढूंढते हुए नागदा और उसके बाद खाचरौद पहुंचे तो नागदा रोड़ पर बस स्टैंड के पास आईएस मारुति ऑटो पार्ट्स नाम के गैरेज में नजर आई।
जब वहां गैरेज संचालक से कार के बारे में चर्चा की तो उसने कार को किसी से गिरवी रखा होना बताया है और कार में लगा जीपीएस भी निकाल दिया।
सुनियोजित ढंग से किराए की कार को रखा दो बार गिरवी
जीपीएस की लोकेशन पर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय मेहता के घर के पास जिस स्विफ्ट कार क्रमांक mp09wc2670 के बारे में कार मालिक ने पुलिस में शिकायत की हैं, उसका एक किराया अनुबंध कार मालिक धर्मेंद्र चावड़ा और मुकेश मालवीय के बीच हुआ है और दूसरा गिरवी अनुबंध मुकेश मालवीय और शंकरलाल पिता बगदीराम मंडावलिया के बीच हुआ था।
सबसे हैरत की बात तो यह भी हैं कि उक्त अनुबंध में गवाह के रूप में संजय मेहता के अलावा राकेश जायसवाल के हस्ताक्षर हैं और राकेश पिता कैलाशचंद्र जायसवाल द्वारा नागदा रोड़ स्थित आईएस ऑटो पार्ट्स के गैरेज से मिली कार क्रमांक mp11cc4855 का 2 लाख 15 हजार रुपए में गिरवी अनुबंध गैरेज संचालक नवीन पिता सुजानमल जैन निवासी जावरा रोड़ के साथ कर चुका है।
कई कारों के कोई पते ही नहीं लग पाए। खाचरौद पुलिस थाना में शिकायत करने वाले धार निवासी दीपक पिता भगवान सिंह ठाकुर ने बताया कि वह तो जीपीएस से लोकेशन ट्रेक कर अपनी कार को खाचरौद आकर ट्रेस कर चुके हैं लेकिन धार जिले के ही करीब 7 कार मालिकों ने भी उज्जैन निवासी मुकेश मालवीय को अनुबंध के माध्यम से किराए पर दी थी, उन सभी कारों के अभी तक कोई पते नहीं लग पा रहे हैं।
विजय ठाकुर के अनुसार धार जिले के अलावा देवास सहित आसपास के जिलों की कारें मुकेश मालवीय ने किराए पर अटैच कर गिरवी रख दिया है।
गिरोह का हो सकता है खुलासा। बुधवार को किराए पर कार अटैच कर गिरवी रखने के मामला सामने आने पर जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि लंबे समय से नगर में कारें किराए पर अटेच कर दलालों के माध्यम से गिरवी रखने वाला गिरोह सक्रिय है। जिन्हें राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। स्थानीय पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेती है तो महंगी कारों को किराए पर अटैच कर गिरवी रखने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा होने की पूर्ण संभावना है।