इंदिरा गांधी उप जिला अस्पताल की लापरवाही आई सामने।
भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इस्तेमाल किया पीपीई किट रास्ते पर फेंके।
भिवंडी। शहर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से जनता नें स्वयं को घरों में कैद कर लिया है।
कुछ क्षेत्रों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने सात दिनों के लिए जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है। मनपा आयुक्त डाॅ.प्रवीण आष्टीकर रोज नये नये विडियो संदेश देकर नागरिकों को इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए उपाय बता रहे हैं। वहीं पर शहर का एकमेव स्वर्गीय इंदिरा गांधी उप जिला कोव्हिड-19 अस्पताल प्रशासन वायरस को फैलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा हैं₹।
लापरवाही और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका यह अस्पताल अब शहर में तेजी के साथ कोरोना वायरस फैलाने में अहम भूमिका अदा कर रहा है।
इस वायरस से अभी तक 25 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं पर 828 लोग संक्रमित हैं। जिसमें शहरी भाग से 570 और ग्रामीण परिसर से 278 लोगों का समावेश हैं।
प्रतिदिन दर्जनों मरीज मिल रहे हैं। इसके साथ अन्य बीमारियों का उपचार अस्पताल में बंद होने के कारण अनगिनत मौतें शहर में हो रही हैं।
गौरतलब हो कि अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को वायरस से सुरक्षा हेतु केन्द्र, राज्य सरकर ने स्वास्थ्य विभाग को पीपीई किट पहनना अनिवार्य किया है।
इसके इस्तेमाल के बाद इसे जैविक कचरा की तरह जलाना
विनिष्टीकरण चाहिए। किन्तु शहर में स्थित उप जिला अस्पताल IGM के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पहना गया पीपीई किट अस्पताल के मुख्य गेट के सामने लावारिस की तरह फेंक दिया जाता है। जिसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कई सामाजिक संगठनों तथा स्थानीय निवासियों द्वारा इस प्रकार का कृत्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कारवाई करने की मांग मनपा आयुक्त से की है। वहीं पर इस संबंध में अस्पताल प्रशासन के मुख्य वैद्यकीय अधिकारी अनिल थोरात (SMO) से संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो सका।