हल्की बारिश पड़ने के बाद सड़क हुआ जलामग्न।
वाराणसी से सन्तोष कुमार सिंह की रिपोर्ट।
बारिश में गड्ढों में भरा पानी सड़क पड़ चलने में राहगीरों को हो रही परेशानी। काशी की जनता गड्ढे से होकर चलने को मजबूर नगर निगम पीडब्लूडी विभाग देखकर कर रहे अनसुना।
वाराणसी। कोरोना वैश्विक महामारी अभी खत्म ही नहीं हुआ है कि बारिश की वजह से सड़क पड़ हुए गड्ढे पर चलने पर हो रही मुसीबत का सामना करने को तैयार हो चुकी है।
काशी की जनता जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नरेन्द्र मोदी विकास की हमेशा तरह तरह की बातें करते हैं। वहीं सड़क, नाला, सीवर इत्यादि की बात की जायें तो काम का पता नहीं लेकिन बनारस नाम में आगे रहता है। आगे यह सिलसिला कब तक चलता रहेगा इसका फैसला तो काशी की जनता ही तय कर सकती है।
बारिश की बात की जाये तो साल भर में तीन से चार महीना बारिश होना रहता है लेकिन आजकल तो देखा जा रहा है की कभी भी किसी महीने में बारिश, आंधी, तूफान आ जाता है। वैसे बात की जाए तो बनारस में किसी भी क्षेत्र में सड़क जर्जर स्थिति में ही हैं और कहीं कहीं किसी ना किसी कार्य को करने की वजह से गड्ढा किया रहता है।
इन गड्ढा के कारण काशी की जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता रहता है। जब जनता सम्बन्धित विभाग में शिकायत लेकर जाती है। उसका सुनवाई होने में समय लग जाता है। अगर वहीं कोई सिफारिश लेकर आ जाता है या कोई वीआईपी स्वयं आ जायें तो उसकी सुनवाई हो जाती है।
यह हालात पीडब्लूडी और नगर निगम विभाग में ज्यादातर देखने, सुनने को मिलते रहते हैं। अभी हाल फिलहाल में रुक रुक के हो रही बारिश से बनारस की सड़कें जलामग्न हो चुकी हैं। ऐसे में राहगीरों को काफ़ी समस्या उत्पन्न हो रही है।
एक तरफ देखा गया की कैण्ट थाना क्षेत्र के महावीर मंदिर चौराहे से लेकर बालाजी पब्लिक स्कूल तक हल्की बारिश पड़ने के बाद सड़क हुआ जलमग्न। जगह जगह गड्ढे होने से आने जाने वाले राहगीरों को काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व में भी कई बार महावीर मँदिर चौराहे से लेकर गैस गोदाम, अर्दली बाजार रोड, भोजुबीर रोड व टकटकपुर से लालपुर रोड, बटुकेश्वर नगर कालोनी में सीवर, सड़क को सही करने की मांग स्थानीय लोगों ने उठाया था लेकिन नगर निगम पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ।
कुछ महीने पूर्व उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी दौरा पर जिला अस्पताल पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में निरीक्षण भी करने जाने की सूचना मिली थी।
सूचना मिलते ही पीडब्लूडी विभाग आनन फानन में जल्दबाजी में जैसे तैसे सड़क की मरम्मत कर मुख्यमंत्री की फ्लीट को गुजरने लायक बना दिया ताकि कोई देखें तो यह ना कह सके की सड़क पर गड्ढा है। इसकी मम्मत नहीं हुआ है। जनता भी बेचारी क्या करेगी कितना चील्लाये, आखिरकार इनकी बातों को सुनने वाला भी तो होना चाहिए|
अब देखना हैं कि ऐसे में प्रशासन और नगर निगम पीडब्लूडी क्या कदम उठाती हैं। सड़क की मरम्मत कराती हैं और नाला को साफ कराती हैं या यूँ ही सुनकर अनसुना करती रहेंगे विभाग के अधिकारी।