न्यूज़ 18 के एंकर द्वारा ख्वाजा गरीब नवाज़ के विरुद्ध की गई अभद्र भाषा को लेकर विरोध।

न्यूज़ 18 के एंकर द्वारा ख्वाजा गरीब नवाज़ के विरुद्ध की गई अभद्र भाषा को लेकर विरोध।

भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।

न्यूज़ 18 के ऐंकर अमिश देवगन ने एक खुले लाइव चैनल शो में ख्वाजा गरीब नवाज पर अभद्र टिप्पणी करने वाले के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग।

An offensive language against khwaja poor nawaz, an anchor of newz18, is a protest against him.
An offensive language against khwaja poor nawaz, an anchor of newz18, is a protest against him.

भिवंडी। नगर सेविका नजमा हदीस अंसारी और समाज सेवक इरफान हदीस अंसारी ने भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज कल्याण राव खर्पे को ज्ञापन देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

भिवंडी। हजरत ख्वाजा सैयद मोहम्मद मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी चिश्ति वंश के प्रसिद्ध बुजुर्ग के खिलाफ बोलते हुए डकैत और लुटेरा जैसे शब्दों का इस्तेमाल अमिष देवगन ने किया है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं।

इससे मुसलमानों में बहुत दु:ख और गुस्सा पैदा हुआ है, इस संदर्भ में पुलिस को ज्ञापन देने के बाद इरफान अंसारी ने ये भी कहा कि इस तरह के एंकर के खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और जेल की सलाखों के हवाले किया जाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के एंकर को विद्वानों के इतिहास खासकर हजरत मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्ला अलैह का इतिहास पढ़ना चाहिए। वह कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी, बाबा फरीदुद्दीन गंज शकर जैसे महान संतों के मुरशिद थे।

गरीबों की सेवा करने के कारण लोगों ने उनको गरीब नवाज कहा है, जो आज भी मशहूर हैं। हज़रत मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी को बेशर्मी से अमीश देवगन एंकर द्वारा “लुटेरा, डकैत” कहा गया है जिसको हम हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकते, और अनदेखा नहीं किया जा सकता है।

अब देश के हर कोने में धर्मगुरू के खिलाफ टिप्पणी करने वाले पर एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य है।

राष्ट्रीय चैनलों पर बैठे, ऐसे एंकर अक्सर इस्लाम को बदनाम करने और मुसलमानों की छवि को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं, मीडिया जो चौथा स्तंभ है, और इसका उद्देश्य शोषित और असहाय की आवाज उठाना, और सच्चाई को दुनिया के सामने पेश करना है, लेकिन दुर्भाग्य से आज वे अपने स्थान और स्थिति को भूल गए हैं और अपने मिशन और उद्देश्य से भटक गए हैं। जाति और धर्म के आधार पर संप्रदायवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।

जितना संभव हो सकता है इस्लाम को कलंकित करने और हिंदू-मुस्लिम एकता को नष्ट करने और भाई चारगी के बीच नफरत के बीज बोने के लिए एंकर लगाए जा रहे हैं। अंसारी ने कहा कि मुसलमानों को उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करनी चाहिए जो हमारे बुजुर्गों के सम्मान के साथ खेलते हैं।

हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अल्लाह के महान संतों में से एक थे जिनके साथ हम सभी का असंख्य प्रेम और आस्था है। हज़रत चिश्ती के नाम पर वास्तव में इस्लामोफोबिया का स्पष्ट प्रमाण है। इरफान अंसारी ने कहा कि हजरत हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक हैं, जो आज भी अजमेर शरीफ की धर्ती पर देखने के लिए मिलता है।

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