भिवंडी में 718 धोकादायक मारते जिसमें 210 इमारतें अति धोकादायक।
भिवंडी से मुस्तकीम खान की रिपोर्ट।
धोखादायक इमारतों को लेकर मनपा प्रशासन लापरवाह। अति धोखादायक इमारतों में रह रहे हजारों लोगों की जान खतरे में। भिवंडी मनपा क्षेत्र अंतर्गत सभी 5 प्रभाग समितियों के क्षेत्र में कुल 781 धोखादायक, जिसमें 210 इमारतें अति धोखादायक हैं।
अति धोकादायक इमारतों में करीब क़रीब 20 हजार से ज्यादा गरीब परिवार रहते हैं। प्रतिवर्ष मानसून का आगाज होते ही अति धोखादायक इमारतों में रह रहे लोगों की जीवन सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है। मनपा प्रशासन प्रतिवर्ष अति धोखादायक इमारतों की निष्कासन कार्रवाई को अंजाम दिए जाने की भागदौड़ जरूर दिखाता है।
बावजूद नतीजा सिर्फ जीरो रहता है। भिवंडी में विगत 5 सालों में करीब 2 दर्जन गरीब लोग अति धोखादायक इमारतों के धराशाई होने से काल के गाल में समा चुके हैं। जून माह में बरसात के आगाज से ही अति धोखादायक इमारतों में रह रहे तमाम लोगों की जीवन सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
जागरूक शहरवासियों की निगाहें मनपा प्रशासन की तरफ टिकी हैं कि, लोगों की जीवन सुरक्षा को खतरे में डालने वाली अति धोखादायक इमारतों पर कब मनपा प्रशासन निष्कासन की कार्रवाई को अंजाम देता है।
गौरतलब हो कि, भिवंडी मनपा क्षेत्र अंतर्गत कुल 781 इमारतें धोखादायक घोषित हैं जिनमें 210 इमारतें अति धोखादायक अर्थात 50 वर्षों से अधिक पुरानी निर्मित और जर्जर हैं।
प्रतिवर्ष बरसात के पूर्व मनपा प्रशासन के आदेश पर क्षेत्रीय वार्ड अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में स्थित धोकादायक, अति धोखादायक इमारतों में रह रहे लोगों को निष्कासित किए जाने की प्रक्रिया को अंजाम देते हैं।
अधिसंख्य रहिवासियों द्वारा इमारत से बाहर नहीं निकलने की हालत में मनपा अधिकारियों की टीम द्वारा पानी, बिजली जैसी जरूरी चीजें काट दी जाती हैं और लोगों को समझा-बुझाकर खाली कराया जाता रहा है।
धोखादायक इमारतें घोषित किए जाने वाली इमारतों के पीछे एक सोझी समझी साजिश का खेल भी मनपा अधिकारियों द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से खेला जाता रहा है।
मनपा अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से धोखादायक इमारतों को किसी भी प्रकार से परिवारों से खाली करा कराते हैं एवम बाद में बिल्डरों द्वारा गगनचुम्बी इमारतें खड़ी कर मुनाफा कमाया जाता है।
मनपा अधिकारियों की मिलीभगत प्रकाश में आने के बाद कुछ जागरूक रहिवासी आशियाना बचाने हेतु न्यायालय की शरण में चले जाते हैं जिसके उपरांत मनपा अधिकारी बेबस हो जाते हैं।
भिवंडी मनपा का महत्वपूर्ण शहर विकास विभाग अतिधोखादायक इमारतों के रहिवासियों से इमारत खाली कराए जाने की धमकी देकर वसूली विभाग की भूमिका से आज तक ऊपर नहीं उठ सका है।
भिवंडी मनपा क्षेत्र अंतर्गत धोखादायक इमारतों की सूची—
मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 1-36.
मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 2-159.
मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 3-208.
मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 4-278.
मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 5- 221 धोखादायक इमारतों का समावेश है। मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 3 के सहायक आयुक्त सुदाम जाधव के अनुसार, प्रभाग समिति क्षेत्र में स्थित अति जर्जर इमारतों को खाली कराए जाने की प्रक्रिया शुरू है।
इमारतों में रह रहे लोगों को समझा-बुझाकर पंचनामा कर निकाल कर तोड़क कार्यवाही की जा रही है।