महुआ में बारिश और तेज हवा से धान की फसल गिरी।
वैशाली महुआ बिहार से अजीत कुमार की रिपोर्ट।
महुआ। बिहार में महुआ में जहां एक ऒर कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन में किसानों को खेती करने परेशानी हुई। वहीं दूसरी ओर मंगलवार की दोपहर से हुई रिमझिम बारिश, तेज हवा के साथ आई बारिश से हाइब्रिड धान की फसल के बर्बाद हो जाने से किसानों को दोहरी मार झेलना पड़ रहा है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। महुआ प्रखंड क्षेत्र के सिंघाड़ा दक्षिणी पंचायत के किसानों की रिमझिम बारिश और तेज पूरवईया हवा से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल गिर गई है। बालियां देख किसान खुश हो रहे थे कि अचानक तेज हवाओं ने उनकी खुशी पर पानी फेर दिया है। सैकड़ों एकड़ धान की फसल जमीन पर लेट गई है। एक ओर किसानों के खेतों में भरे बाढ़ के पानी को लेकर परेशानी थी। पुरवईया हवा से किसानों को इस गिरी फसलों की बालियां अंकुरित होने चिंता सताने लगी है। गाढ़ी कमाई एक बार फिर मिट्टी में मिल जाएगी।
किसान सूबेदार राय, भूलन राय, गोपाल शुक्ला, उमेश शुक्ला, मुकेश राय, अशर्फी पासवान, सरोज शुक्ला, कैलाश पासवान, हरेश पासवान, तुला पासवान, राजेश्वर पासवान, अकल पासवान, महेश पासवान, अखिलेश आदि किसानों का कहना है कि अधिक पैदावार के लिए अधिकांश किसानों ने हाइब्रिड धान की खेती की है। जो बालियां पुष्ट हो गई थी लेकिन दो दिनों से तेज हवा के साथ साथ बारिश ने सैंकड़ो एकड़ में लगी धान की फसल जमीन पर गिर गई है। जो धान की कटाई होने को लेकर किसान चौकी एवं खटिया पर धान की कटाई को सोच रहे थे । खेत में खड़ी धान की फसल गिर जाने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है।