स्पीड पोस्ट के बजाय संकलन केंद्र बनाकर उत्तर पुस्तिकाओं को जमा करवाएं विश्वविद्यालय – राजेंद्र सिंह ठाकुर
गीदम ब्लॉक से अनिकेत शिवहरे की खास रिपोर्ट।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र सिंह ठाकुर द्वारा विश्वविद्यालय से मांग की है कि स्पीड पोस्ट की बजाय संकलन केन्द्र बनाकर उत्तर पुस्तिकाओं को जमा कराए। राजेन्द्र ने कहा है कि इससे परीक्षार्थियों पर आर्थिक बोझ भी नहीं बढ़ेगा और न ही भीड़। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष एवं अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों की परीक्षाओं तथा प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के वैकल्पिक असाइनमेंट आदि की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इसके तहत विद्यार्थियों को पूछे गए प्रश्नों के उत्तर घर ही अपनी सुविधानुसार ए4 साइज के कागज पर लिख कर उत्तर पुस्तिकाओं को स्पीड पोस्ट के माध्यम से महाविद्यालयों को प्रेषित करना है। इस व्यवस्था में एक प्रमुख कमी यह है कि ग्रामीण परिवेश के कई डाकघरों में स्पीड पोस्ट की सुविधा नहीं है, जिससे विद्यार्थियों को ऐसे डाकघर तक जाना पड़ेगा जो स्पीड पोस्ट हब है। इससे इन डाकघरों में वैसे भी भीड़ एकत्रित होगी, जैसे परीक्षा केन्द्रों में उत्तर पुस्तिकाएं एकत्रित करना यह सही व्यवस्था सिद्ध नहीं होगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यकरिणी सदस्य राजेन्द्र सिंह ठाकुर विश्वविद्याल को यह सुझाव देना चाहते है कि स्पीड पोस्ट के स्थान पर उत्तर पुस्तिकाओं के संकलनार्थ प्रत्येक महाविद्यालय, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालयों एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को संकलन केन्द्र बनाया जा सकता है। विद्यार्थी अपने निकट के किसी भी संकलन केन्द्र में उत्तर पुस्तिका जमा कर सकेगा। इस व्यवस्था से न तो विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और न ही एक स्थान पर भीड़ बढ़ने की स्थितियां निर्मित होगी।