“कलेक्टर के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देकर वापस भीमपुर जनपद पंचायत लौटे लेखापाल सुरेश आर्य।”

“कलेक्टर के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देकर वापस भीमपुर जनपद पंचायत लौटे लेखापाल सुरेश आर्य।”

भीमपुर से 16 दिसंबर को रिलीव होने के बाद भी नही दिया प्रभार और ना ज्वाइन की चिचोली जनपद। बाबूजी की वापसी से कांग्रेसी खेमे में खुशी की लहर।

भैषदेही दामजीपुरा से युनुश खान की रिपोर्ट।

भैंसदेही दामजीपुरा। जनपद भीमपुर में पुनः लेखापाल सुरेश आर्य की वापसी हो गई हैं। लेखापाल सुरेश आर्य का अटैचमेंट का आदेश बैतूल कलेक्टर द्वारा 1 दिसम्बर को जारी किया गया था। जिसमें लेखापाल आर्य को चिचोली जनपद अटैच किया गया था।15 दिवस बाद लेखापाल को 16 दिसम्बर को भीमपुर सीईओ द्वारा रिलीव किया गया। जिसके बाद लेखापाल द्वारा ना भीमपुर जनपद का चार्ज दिया गया और ना ही चिचोली जनपद में ज्वाइनिंग दी गई।जिसके चलते भीमपुर सीईओ द्वारा चार्ज देने के लिए कई पत्र भेजे गए पर ना जवाब आया और ना ही चार्ज दिया गया। चार्ज नहीं देने के कारण डेढ़ माह भीमपुर जनपद का कार्य प्रभावित रहा पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की गई। आखिरकार अब डेढ़ महीने बाद बैतूल कलेक्टर के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देकर भीमपुर जनपद पंचायत लौट आए हैं लेखापाल सुरेश आर्य। लेखापाल के भीमपुर जनपद लौटते ही कांग्रेसी खेमे में खुशी की लहर देखते ही बनती हैं। गौरतलब हैं कि लेखापाल पर त्रिस्तरीय चुनाव में हस्तेक्षप कर अपने हितैषियों को लाभ पहुंचाना जैसे गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिसको संज्ञान में लेते हुए बैतूल कलेक्टर द्वारा लेखापाल सुरेश आर्य को चिचोली जनपद पंचायत अटैच किया था।अभी त्रिस्तरीय चुनाव हुए ही नहीं हैं जबकि इसके विपरीत त्रिस्तरीय चुनाव कुछ ही महीनों में होना हैं। ऐसे में लेखापाल का पुनःत्रिस्तरीय चुनाव के समीप भीमपुर जनपद पंचयात वापिस लौट आना नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

“By challenging order of dm to high court, accountant returned to janpad panchayat.”

लेखापाल द्वारा आज जॉइनिंग हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया है। चूंकि कलेक्टर सर के आदेश से संलग्नीकरण हुआ है। इसलिए मार्गदर्शन हेतु कलेक्टर सर को प्रेषित कर दिया गया है।

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