कम समय में आकार लेने लगा रेडक्रॉस अस्पताल के मंदिर का स्वरूप।

कम समय में आकार लेने लगा रेडक्रॉस अस्पताल के मंदिर का स्वरूप।

भोपाल। जनसहयोग से हो रहा है मंदिर का निर्माण, रेडक्रॉस सोसाइटी से नहीं ली जाएगी निधि। अस्पताल के तृतीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, पेरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों के सहयोग से रखी मंदिर की आधारशिला।

भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी, मध्यप्रदेश राज्य शाखा एक स्वैच्छिक मानवतावादी संगठन है, जो आपदाओं या आपातकाल के समय राहत प्रदान करता है और कमजोर लोगों और समुदायों के स्वास्थ्य और देखभाल को बढ़ावा देता है। रेडक्रॉस मध्यप्रदेश, इसी उद्धेश्य की पूर्ति के लिये जनहित में रेडक्रॉस अस्पताल संचालित कर रहा है।

The temple of the RedCross hospital began to take shape in less time.

अस्पताल में आने वाले दीन-दुखियों की सेवा चिकित्सक एवं सहयोगी स्टाफ द्वारा पूर्ण मनोयोग से की जाती है। अस्पताल आने वाले मरीज और उनके परिजन ऐसे कठिन समय में ईश्वर से अपनों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। लम्बे समय से अस्पताल आने वाले लोगों की मांग थी कि परिसर में एक मंदिर होना चाहिये। जनभावना के साथ अस्पताल के सभी कर्मचारी अधिकारी एवं चिकित्सकों ने भी परिसर में मंदिर बनाने की इच्छा जाहिर की थी।

The temple of the RedCross hospital began to take shape in less time.

रेडक्रॉस मध्यप्रदेश के चेयरमैन श्री आशुतोष पुरोहित ने जनभावना का सम्मान करते हुए अस्पताल परिसर में मंदिर बनाने का संकल्प लिया। हालांकि उनके सामने मंदिर बनाने में वित्तीय संसाधन जुटाना बड़ी मुश्किल थी। चेयरमैन श्री आशुतोष पुरोहित की मानना है कि मंदिर के लिये रेडक्रॉस सोसाइटी से फंड नहीं लेंगे। इसके लिये जो भी व्यक्ति अपनी इच्छा से मंदिर के लिये दान करना चाहे, केवल उसी से दान लिया जाएगा। जनसहयोग से मिले दान में सीमेंट, रेत सरिया सहित निर्माण में लगने वाली समग्री भी शामिल होगी।

The temple of the RedCross hospital began to take shape in less time.

रेडक्रॉस चिकित्सालय कार्यालय अधीक्षक श्री मुनेश्वर चतुर्वेदी से मंदिर के लिये दानदाताओं ने संपर्क किया, अभी तक एक लाख रुपये की राशि दानदाताओं से मिल चुकी है, जिसमें से 10 हजार की राशि तो अस्पताल के अस्थाई कर्मचारी, तृतीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, पेरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों ने स्वेच्छा से दान की है। इसके अलावा 90 हजार रुपये की राशि विभिन्न दानदाताओं से मिल चुकी है। मंदिर में स्थापित होने वाले शिवलिंग, शिव परिवार, बजरंगबली और राधा-कृष्ण की प्रतिमा स्थापित कराने की व्यवस्था भी जन सहयोग से की जा रही है। आखिर मंदिर की परिकल्पना साकार रूप लेने लगी और अस्पताल के कर्मचारियों और चिकित्सकों के साथ साथ अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों के परिजनों ने भी दान देने की इच्छा जताई और कम समय में ही अस्पताल के प्रवेश द्वार के सामने मंदिर का निर्माण तेज गति से प्रारंभ हो गया। मंदिर के पिलर खड़े हो गये, छत का काम चल रहा है। जिस तेज गति से मंदिर निर्माण का काम चल रहा है उसे देखकर लगता है कि आने वाली शिवरात्रि तक मंदिर तैयार हो जाएगा। “रेडक्रॉस अस्पताल परिसर में मंदिर का निर्माण को लेकर कई लोगों ने इच्छा जताई थी। परेशानियों से घिरे लोगों को ईश्वर का संबल मिलने से परिस्थियों का सामना करने का बल मिलता है। मंदिर का निर्माण पूरी तरह से जनसहयोग से किया जा रहा है। अभी तक अस्पताल के साथियों और अन्य लोगों का भरपूर सहयोग मिला है। जल्द ही मंदिर अपना पूर्ण आकार लेगा।”

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इस संबंध में जानकारी श्री आशुतोष पुरोहित चेयरमेन भारतीय रेडकॉस सोसाइटी मध्यप्रदेश शाखा।

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