ग्राम फुलवार में पोकलेन मशीन से हो रहा है रेत का अवैध उत्खनन।
यूपी एवं एमपी नंबर के दर्जनों ट्रक के कारण लॉकडाउन में भी यहां रह रहा दिनभर मेले जैसा माहौल।
ट्रकों के चलने से गांव के रास्ता में बाइक चलना भी हुआ मुश्किल।
रायपुर के बड़े कांग्रेस नेता के नाम पर हो रहा है अवैध उत्खनन का खेल।
बलरामपुर से दीपक जायसवाल की रिपोर्ट।
रामचंद्रपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत छतरपुर के ग्राम फुलवार कन्हर नदी में विगत एक सप्ताह से अवैध रेत उत्खनन के लिए दो पोकलेन मशीन लगाई गई हैं। वहीं यूपी एवं एमपी नंबर के दर्जनों ट्रक खड़े हैं जिनसे रेत परिवहन हो रहा है। खनिज विभाग की अकर्मण्यता से बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध उत्खनन को लेकर ग्रामीणों में एवं जनप्रतिनिधियों में आक्रोश है जो कभी भी आंदोलन का स्वरूप ले सकता है। गौरतलब है कि रेत माफियाओं की नजर आजकल क्षेत्र में उन सभी रेत खदानों पर है जहां से भरपूर मात्रा में रेत निकल सकती है। रेत माफिया बेखौफ होकर सब कायदे कानून को धत्ता बताते हुए अवैध उत्खनन में संलिप्त हैं। इनके हौंसले इतने बड़े हुए हैं कि इनमें अवैध काम करने पर भी प्रशासन का खौफ नहीं है। इस कारण वह रात दिन रामचंद्रपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत छतरपुर के ग्राम फुलवार से अवैध रेत उत्खनन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि विगत एक सप्ताह से यहां दो पोकलेन मशीन के माध्यम से अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है। यूपी एवं एमपी नंबर की गाड़ियां परिवहन कर रही हैं। रेत माफियाओं का यह ऐसा ख़ौफ़ है कि ग्रामीण चाह कर भी विरोध नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर पूरे गांव में आक्रोश है। वहीं जनप्रतिनिधि भी आक्रोशित हैं। जो कभी भी आंदोलन का रूप ले सकता है।
⭕ गांव की मिट्टी की सड़क पर बड़े वाहनों के चलने से मोटर साइकिल चलने लायक भी रास्ता नहीं रह गया।
लुर्गी रामचन्द्रपुर मुख्य सड़क से करीब 5 किलोमीटर मिट्टी सड़क होते फुलवार से रेत माफियाओं के द्वारा अवैध उत्खनन किया जा रहा है यहां एक सप्ताह के अंदर ही इतनी गाड़ियां आना जाना की की गांव की मिट्टीकृत सड़क में मोटर साइकिल चलाना भी मुश्किल हो रहा है। गांव वाले चिंतित हैं कि यदि इसी प्रकार से बड़े वाहन चलते रहे तो हम आना-जाना कैसे करेंगे।
⭕ धूल के गुब्बार से गांव वाले हो रहे हैं बीमार।
रेत अवैध उत्खनन के लिए एक सप्ताह के अंदर ही मिट्टी की सड़क से कितनी गाड़ियां आना जाना की हैं की सड़क के किनारे स्थित घरों के लोग अब गाड़ियों के आने जाने से उठने वाले धूल के गुब्बार के कारण बीमार हो रहे हैं।
⭕ रेत के अवैध उत्खनन के लिए नदी में बना दिया है रैंप।
रेत माफियाओं के द्वारा रेत के अवैध उत्खनन के लिए फुलवार कनहर नदी में रैंप का निर्माण कर दिया गया है। रैंप का निर्माण काफी लंबे चौड़े क्षेत्र में किया गया है। जैसे-जैसे उत्खनन करते जा रहे हैं वैसे वैसे रेम्प को आगे बढ़ाते जा रहे हैं।
⭕ नदी में कर दिए गए हैं 10 से 15 फीट के गड्ढे।
रेत माफियाओं के द्वारा नदी में रेत के अवैध उत्खनन करने के लिए 10 से 15 फीट के गड्ढे कर दिए गए हैं। वहीं ये गड्ढा और गहरा कर रहे हैं जिससे आने वाले समय में बड़ी दुर्घटना घट सकती है। क्योंकि यहां गांव के बच्चे स्नान करने आते हैं। तत्काल इस ओर प्रशासन को ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
⭕ रेत का हो रहा है अवैध भंडारण भी।
रेत माफियाओं के हौसले किस प्रकार से बुलंद हैं इसे इससे समझा जा सकता है कि रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन तो हो ही रहा है वहीं रेत का अवैध भंडारण भी यहीं किया जा रहा है।
⭕ रायपुर के बड़े कांग्रेसी नेता का नाम लेकर कर रहे अवैध कार्य।
पिछले एक सप्ताह से यहां अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है यहां रेत उत्खनन कराने वाले रेत माफिया रायपुर के एक बड़े कांग्रेसी नेता का नाम लेकर अवैध रेत उत्खनन को अंजाम दे रहे हैं।
⭕ रेत उत्खनन करने के लिए पेड़ पौधों को किया गया बड़ी संख्या में नुकसान।
यहां अवैध रेत उत्खनन करने के लिए एक ओर जहां वन्य भूमि से गाड़ियां आना-जाना कर ही रही हैं वहीं बड़ी संख्या में पेड़ पौधों को भी नुकसान किया गया है। वन विभाग को भी इस पर कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है।
⭕ लॉकडाउन में यहां है मेले जैसा माहौल।
अवैध रेत उत्खनन करने के लिए यहां बड़ी संख्या में ट्रक दिन भर खड़े रहते हैं। यहां मेले जैसा माहौल दिन भर बना रहता है। ऐसे में गांव में संक्रमण और तेजी से फैल सकता है क्योंकि दूसरे प्रदेश के लोग भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में यहां आ रहे हैं। इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी कुमार मंडावी से उनका पक्ष जाने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका। इस संबंध में एसडीएम अभिषेक गुप्ता ने कहा कि यदि वहां अवैध रेत उत्खनन हो रहा है तो इसे मैं दिखवाता हूं। यदि अवैध रेत उत्खनन हो रहा होगा तो कार्रवाई की जाएगी।
बलरामपुर से दीपक जायसवाल की रिपोर्ट।