पंचायत अध्यक्ष के निवास में अवैध सीसी रोड निर्माण पर सियासत तेज।
सूरजपुर से अजीत कश्यप की रिपोर्ट।
प्रतापपुर। सूरजपुर जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री राजकुमारी मरावी के निजी निवास पर 200 मीटर का अवैध सी सी रोड निर्माण अभी लॉक डाउन में कर दिया गया। जिसको लेकर सियासत अभी जारी है। जहाँ भाजपा ने भी अध्यक्ष के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। यहाँ तक कहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के सारे कार्य उनके पति श्री शिवभजन मरावी करते हैं। चाहे वह कलेक्टर मीटिंग हो या क्षेत्र का दौरा। सभी कार्य उनके पति करते हैं। जब सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है। उन्हें हर क्षेत्र में सम्मान मिल रहा है तो वहीं यहां सरकार महिलाओं का सम्मान नही कर सकती। उन्हें महिलाओं के लिए आरक्षित पद भी हटा देना चाहिए। जबकि कांग्रेस इस रोड को लेकर जहां कह रही है कि यह रोड जनहित के लिए है और इस सड़क से कस्तूरबा आश्रम और अन्य दो आश्रमों के बालक बालिका आते जाते हैं जबकि ऐसा नहीं है। उनके लिए पहले से दो सड़क एक हाईस्कूल मैदान से और एक सड़क रेस्ट हाउस के बगल से एक सड़क पहले ही मौजूद हैं और सिचाईं विभाग की निजी भूमि पर एक और सड़क बनाना समझ से परे है। जबकि यह भूमि सिंचाई विभाग प्रतापपुर की है। अपने निजी स्वार्थ के लिए अध्यक्ष ने यह रोड निर्माण कराया है। जिसमें न तो सिंचाई विभाग के अधिकारी कुछ बोल पा रहे हैं न नगर पंचायत अध्यक्ष ही।
गौरतलब है कि अध्यक्ष महोदय सूरजपुर का निजी निवास प्रतापपुर के वार्ड क्रमांक 7 में है और सिंचाई विभाग के बगल में उनका निवास होता है। जिसमें बिना किसी की अनुमति के 200 मीटर सीसी रोड का निर्माण सिंचाई विभाग की जमीन में कर दिया गया है। जिसकी ना तो कोई जानकारी सिंचाई विभाग को है न ही नगर पंचायत को है। अगर यह वैध निर्माण होता तो इसकी जानकारी विभाग और नगर पंचायत को होती। पहले से सिंचाई विभाग एक जर्जर भवन में संचालित है। सिंचाई विभाग की एक एकड़ सत्तर डिसमिल जमीन सिंचाई विभाग के लिय आवंटित है। जिसमें एक एकड़ चालीस डिसमिल भूमि में पहले से ही एसडीएम निवास और जज निवास है और अभी दो जजों के निवास के लिए दो मकान निर्माणाधीन हैं। जिसमें आधे से ज्यादा जमीन में पहले से ही इन विभागों के लिए आवंटित हो गए हैं। अगर इसी तरह इसमें अवैध सीसी रोड निर्माण हो गया तो सिंचाई विभाग के लिए अपने भवन के लिए सिर्फ तीस डिसमिल जमीन ही बचेगी जिसमें ये अवैध सीसी रोड बना दिया गया है। सिंचाई विभाग आने वाले वाले समय में नया भवन का निर्माण करना होगा तो दूसरे जमीन पर अपना ऑफिस निर्माण करना पड़ेगा। सूत्रों से पता चला है कि अध्यक्ष महोदय अपने पद का दुरुपयोग करते हुऐ प्रतापपुर जनपद के किसी ग्राम पंचायत को एजेंसी बना कर सीसी रोड़ का निर्माण किया है और अध्यक्ष पति के नाम से सीसी रोड की आधी रकम का भुगतान भी हो गया है। अध्यक्ष महोदय अपने निजी स्वार्थ के लिए अपने निवास पर रोड बना दिये हैं। जिसको लेकर बड़े अधिकारी भी कार्यवाही से कतरा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि बड़े पद पर रहने वाले लोगो पर सरकार क्या कार्यवाही करती है।
सूरजपुर से अजीत कश्यप की रिपोर्ट।