पेट्रोल और डीजल के दाम छू रहे आसमान।
मुरैना से गौरव गौड़ की रिपोर्ट।
मुरैना जिले के कैलारस शहर में वैसे तो कोरोना महामारी से आम जनता की कमर टूट गई है साथ में महंगाई चरम सीमा पर है।
मजदूरों को मजदूरी समय पर नहीं मिल रही है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ोतरी ने किसान और आम जनता को बेहद परेशानी और सोचने पर मजबूर कर दिया है।
महंगाई पर अंकुश नहीं लगा तो मजदूर अपना पेट का गुजारा भी समय पर नहीं कर पा रहा है। हर सामग्री पर बढ़ोतरी हुई है। क्या जिन जिन चीजों पर दामो में बढ़ोतरी हुई है उन पर अंकुश लगेगा।
आपको बता दें कि गरीब बिना व्यवसाय वालों को कभी कभार मजदूरी मिलती है। उससे अपने परिवार का जीवन ज्ञापन कर रहे है और गुजारा कर लेते हैं। जनता की राय आम जनता ने बताया कि पहले 60 रूपये में 1 लीटर पेट्रोल आता था जिससे मोटर साइकिल 50 या 55 किलोमीटर चलती थी। अब दाम बढ़ गए हैं और पेट्रोल 103 रुपए लीटर हो गया है। जिससे समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
चाय वाले से भी बात हुई थी चाय वाले ने बताया कि उसके परिवार में 5 सदस्य हैं। वह पूरे दिन चाय बेचता जब कहीं 200 रूपये कमाता है। इससे उसके परिवार का खर्चा भी नहीं निकलता है इतनी महंगाई है। पेट्रोल पंप पर जानकारी ली गई तो पेट्रोल डालने वाले ने बताया कि पहले उनकी इनकम 2000 रुपया से 2500 रुपया होती थी। अब मोटर साइकिल और आम जनता कम आ रही है। यह हाल पेट्रोल के दाम बढ़ने से और महगाई अधिक होने से ये समस्या बनी हुई है हुई है।
कैलारस से गौरव गौड़ की रिपोर्ट।