सपा पार्षदों ने सफाई को लेकर नाले पर किया जोरदार प्रदर्शन।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।
वाराणसी। समाजवादी पार्टी पार्षद दल नेता कमल पटेल, पूर्व पार्षद वरुण सिंह, शिक्षक सभा जिलाध्यक्ष संजय प्रियदर्शी और युवजन सभा महानगर अध्यक्ष सत्यप्रकाश सोनकर सोनू के नेतृत्व में नगर निगम द्वारा नालों की सफाई न होने से जनमानस में फैले आक्रोश को देखते हुए गाँधीनगर, सुन्दरपुर मार्ग स्थित नाले पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने “नगर निगम होश में आओ, जल्दी नाला सफाई कराओ, नगर निगम मस्त है, जनता देखो त्रस्त है”, इत्यादि नारे लगाते हुए विरोध दर्ज कराया।
पार्षद कमल पटेल ने कहा कि स्थानीय लोगों ने नाला सफाई न होने की शिकायत बार बार नगर निगम में किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पूर्व पार्षद वरुण सिंह ने बताया कि उन्होंने कम से कम 50 बार जिलाधिकारी, नगर आयुक्त से लगायत सभी जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र और खुद मिलकर इस समस्या से निदान दिलाने और सफाई ठेकेदार का भुगतान बिना सत्यापन न किये जाने की मांग की है लेकिन नगर निगम कुम्भकर्णीय निद्रा से जागना ही नहीं चाहता। शिक्षक सभा जिलाध्यक्ष संजय प्रियदर्शी ने कहा करौंदी से लेकर अस्सी तक हर वर्ष नाला सफाई की निविदा निकाली जाती है लेकिन सफाई सिर्फ कागजों पर करवाकर भुगतान किया जाता रहा है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में अगर अधिकारियों का यह रवैया है तो ईश्वर ही इस शहर का मालिक है।
युवजन सभा महानगर अध्यक्ष सत्यप्रकाश सोनकर सोनू ने कहा नालों पर गंदगी जमी हुई है। आसपास रहने वाले लोग बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं। नगर निगम स्मार्ट सिटी का ढिंढोरा पिट रहा है। कैण्ट विधानसभा अध्यक्ष दिलीप कश्यप ने कहा नगर आयुक्त की लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। अन्य वक्ताओं ने कहा जिस शहर में मुख्यमंत्री का बार बार आना होता है, प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी समीक्षा करते रहते हैं वहां आखिर नगर निगम लोगों को गंदगी की सफाई न करवाकर मरने के लिए कैसे छोड़ सकता है। नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द सफाई की व्यवस्था सुधरी नहीं तो नगर निगम घेर कर नींद से जगाया जाएगा।
प्रदर्शन में प्रमुख रुप से कमल पटेल, वरुण सिंह, संजय प्रियदर्शी, सत्यप्रकाश सोनकर सोनू, आलोक गुप्ता, दिलीप कश्यप, विकास बिंद, प्रकाश सहनी, गौरव श्रीवास्तव, मनोज झा, सचिन जायसवाल, ताज मोहमद, प्रमोद पाण्डेय सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।