एक वर्ष बाद भी 15 लाख का गबन करने वाले पर नहीं दर्ज हुई एफआईआर।

एक वर्ष बाद भी 15 लाख का गबन करने वाले पर नहीं दर्ज हुई एफआईआर।

फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ने ग्रामीणों की हड़पी राशि।

शहडोल एमपी से सुनील मिश्र की रिपोर्ट।

शहडोल। शहडोल में श्रीराम फाइनेंस कार्पारेशन प्राइवेट लिमिटेड शहडोल कार्यालय का एक मामला प्रकाश में आया। जिसमें कंपनी के रिकवरी कर्मचारी लक्ष्मीकांत अग्निहोत्री द्वारा बाणसागर ब्यौहारी क्षेत्र के ग्राहकों से एवं कंपनी के साथ धोखाधड़ी कर गबन करते हुए कुल राशि 1512770 रुपयों का गबन किया। रिकवरी कर्मचारी लक्ष्मीकांत अग्निहोत्री पिता राजेन्द्र प्रसाद धरी नंबर 2 ब्यौहारी का निवासी है। कंपनी में वह रिकवरी कर्मचारी के रूप में कार्यरत था।स्थानीय व्यक्ति होने के कारण वह कंपनी के ग्राहकों से पैसे लेकर अपनी आईडी से रसीद बनाकर उन्हें दे देता था किन्तु उनसे ली गई राशि को कंपनी के खाते में जमा नहीं करता था।

The employees of the finance company grabbed the amount of the villagers.

एक वर्ष बाद भी नहीं हुई एफआइआर।

कंपनी के लीगल हेड द्वारा रिकवरी कर्मचारी लक्ष्मीकांत अग्निहोत्री के विरूद्ध 04 अक्टूबर 2020 को शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया था। उसके बाद पुनः एफआइआर हेतु 04 जुलाई 2021 को थाना बाणसागर देवलोंद में सूचना दी गई थी। थाना प्रभारी देवलोंद बाणसागर जिला शहडोल द्वारा आज दिनांक तक इस कर्मचारी के ऊपर एफआइआर दर्ज नहीं की गई और न ही किसी प्रकार की कार्यवाही की गई है।

थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध।

श्रीराम फाइनेंस कार्पारेशन प्राइवेट लिमिटेड शहडोल शाखा द्वारा रिकवरी कर्मचारी द्वारा गरीब, ग्रामीणों के पैसे लेकर उसे कंपनी के खाते में जमा नहीं किया गया।जिसकी शिकायत कंपनी द्वारा दो बार थाना देवलोंद में की गई किन्तु कोई न कोई कारण बताकर दोनों बार शिकायत को दरकिनार किया गया और आरोपित व्यक्ति के ऊपर एफआइआर दर्ज नहीं की गई। एफआइआर दर्ज न किया जाना कहीं न कहीं पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बनाता है।

पुलिस अधीक्षक से लगाई गुहार।

श्रीराम फाइनेंस कार्पारेशन प्राइवेट लिमिटेड शहडोल शाखा द्वारा रिकवरी कर्मचारी द्वारा किए गए गबन की शिकायत दो बार थाना बाणसागर में की गई किन्तु थाना प्रभारी द्वारा किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया गया। जिसके कारण कंपनी ने पुलिस अधीक्षक शहडोल का दरवाजा खटखटाया ताकि आरोपित व्यक्ति के ऊपर एफआइआर दर्ज कराकर ग्रामीणों द्वारा हड़पी गई राशि को कंपनी के खाते में जमा कराए ताकि ग्रामीणजनो एवं कंपनी को न्याय मिल सके।

इनका कहना है: कंपनी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है थाना बाणसागर को सूचित कर दिया गया है मामले को दिखवाता हूँ: मुकेश वैश्य अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
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कंपनी द्वारा शिकायत की गई थी किंतु उन्हें रसीद वाली मशीन की डिटेल देने हेतु कहा गया था जोकि उनके द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई, साथ ही अन्य दस्तावेज भी चाहे गए थे: के.एल.बंजारे थाना प्रभारी देवलांद।

हमारे द्वारा पहली बार जो शिकायत की गई थी उसमें गलती से बीटी मशीन का उल्लेख किया गया था, जिसे सुधार कर पुनः आवेदन किया गया था कि उन्हें किसी प्रकार की मशीन नहीं दी गई थी, वो अपनी आईडी से बाहर से रसीद निकालकर देते थे: राकेश तिवारी लीगल हेड श्रीराम फा.का.प्रा.लि.

शहडोल एमपी से सुनील मिश्रा की रिपोर्ट।

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