पर्यटन गंतव्य पर बच्चों के लिए सुविधाएँ विकसित की जाये

पर्यटन मंत्री श्री बघेल ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

भोपाल : पर्यटन एवं नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि पर्यटन को लाभदायक व्यवसाय के रूप में विकसित करने के लिये प्रोफेशनल नजरिये से काम किया जाये। उन्होंने ‘वचन-पत्र’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके बिन्दुओं पर तत्काल क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। श्री बघेल आज पर्यटन भवन में पर्यटन विभाग की समीक्षा कर रहे थे।

श्री बघेल ने कहा कि हमारी कार्य-संस्कृति ऐसी होनी चाहिये, जो अन्य के लिए अनुकरणीय बने। श्री बघेल ने व्यावसायिक दक्षता पर जोर देते हुए कहा कि पर्यटन-स्थलों पर छोटे बच्चों को ध्यान में रखकर सुविधाएँ विकसित की जाना चाहिये।

पर्यटन मंत्री श्री बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ  की मंशा के अनुरूप परिणाममूलक काम किया जाये। पर्यटन क्षेत्र में रोजगार और निवेश की व्यापक संभावनाएँ हैं। श्री बघेल ने  मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं पर्यटन निगम के कार्य, गतिविधियों, योजनाओं और प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की।

एडवेंचर एवं कैम्पिंग नीति तैयार

प्रमुख सचिव पर्यटन श्री हरिरंजन राव ने प्रेजेंटेशन में बताया कि पर्यटन क्षेत्र में 10 लाख रुपये के निवेश पर 78 रोजगार का सृजन होता है, जो अन्य क्षेत्रों से ज्यादा है। इसी के मद्देनजर पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बढ़ाने की कोशिशें जारी हैं। प्रदेश में “एडवेंचर एवं कैम्पिंग नीति” तैयार की गई है। मध्यप्रदेश पर्यटन की खासियत का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके लिये डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग किया जा रहा है।

वैश्विक स्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय ट्रेवल्स मार्ट तथा राष्ट्रीय टैवल्स मार्ट में भागीदारी की जा रही है। इंटरनेट पर मध्यप्रदेश पर्यटन को लेकर समुचित जानकारी उपलब्ध है। विदेशी भाषा में ब्रोशर प्रकाशित किये गये हैं। गंतव्य आधारित प्रचार-प्रसार पर जोर दिया जा रहा है। भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना में वाइल्ड लाइफ, बुद्धिस्ट, हेरीटेज, ईको सर्किट तथा ओंकारेश्वर में ‘प्रसाद’ योजना पर काम किया जा रहा है। जल-पर्यटन के लिए 22 जल-क्षेत्र अधिसूचित किये गये हैं। पर्यटन क्विज में 7,359 स्कूलों के 22 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

मंत्री श्री बघेल ने ऑनलाइन होटल बुकिंग सिस्टम तथा फीडबैक की प्रक्रिया को जाना। उन्होंने जिला पर्यटन संवर्द्धन परिषद् (डी.टी.पी.सी.) को अधिक सक्रिय बनाने पर भी चर्चा की।

बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन श्री हरिरंजन राव, पर्यटन निगम प्रबंध संचालक श्री टी. इलैया राजा और अपर प्रबंध संचालक श्रीमती भावना वालिम्बे सहित पर्यटन बोर्ड और पर्यटन निगम के अधिकारी मौजूद थे।

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