जाने सच्चाई खास खबर महिला सिस्टर के साथ अभद्रता फिर भी कोई कार्यवाही नहीं।

जाने सच्चाई खास खबर महिला सिस्टर के साथ अभद्रता फिर भी कोई कार्यवाही नहीं।

दहशत में जीने को मजबूर चारों सिस्टर डॉन बॉस्को स्कूल सदर ब्रिज के नीचे जहां पर छोटे फादर के रूप में पदस्थ सुमित जोकि नशे की हालत में अपने चर्च की चार सिस्टर्स को कमरे में बंद करके उनके साथ मारपीट और बदसलूकी कर रहा है।

जिला बैतूल डॉन बास्को चर्च शैक्षणिक संस्थान में कल आपने देखी खबर। जिस पर प्रशासन की और से समझाइश देकर चर्च के सहायक फादर मिस्टर सुमित को छोड़ दिया गया। लेकिन नशे में धुत गंज थाने पहुंचकर सिक्योरिटी गार्ड के खिलाफ ही झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंच गया। पुलिस के द्वारा उसकी झूठी शिकायत को दर्ज नहीं किया गया। इस बौखलाहट में छोटे फादर के द्वारा उन महिला सिस्टर को इस कदर डराया की उन्हें वहां से दूसरे स्थान पर भागकर शरण लेनी पड़ी।

आठ तारीख को जब एयरसन एक्सप्रेस की टीम वहां पहुंची जो घटनास्थल है और घटनास्थल क्या है, एक चर्च जो धर्म का एक द्वार है, ऐसे धर्म स्थल पर शराब के नशे में धुत अपने आपको सन्यासी कहने वाले फादर सुमित के द्वारा किया गया कृत्य बहुत निंदनीय है, लेकिन इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

जब हमारी टीम के माध्यम से चारों महिला सिस्टरों की काउंसलिंग की गई तो बात सामने आ रही है कि पिछले दो वर्षों से प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं, लेकिन हम शिकायत करें तो किस से करें, आज हम यहां हैं कल हमें यहां से कहीं और भेज दिया जाएगा।

हम अपने घर भी नहीं लौट सकते, हमें तो घुट घुट के जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में हमें कौन बचाएगा। डॉन बॉस्को चर्च के साथ-साथ एक शैक्षणिक संस्थान भी है। जहां पर नर्सरी से बच्चों को शिक्षा के लिए यहां पर स्थान दिया जाता है लेकिन ऐसे शैक्षणिक संस्थान जहां के मुखिया ही इस तरह का व्यवहार करेंगे तो बच्चों पर इसका क्या असर पड़ेगा।

डॉन बॉस्को पहुंचकर माहौल समझ में आया कि अश्लीलता का नंगा नाच फादर के द्वारा पिछले कई समय से किया जा रहा है, लेकिन उन महिला कर्मचारीयों पर इतना दबाव और प्रेशर है कि वह अपनी बात खुलकर कह भी नहीं पा रही हैं, क्योंकि उन्हें इस कदर डराया जा रहा है, धमकाया जा रहा है कि वह किसी को कोई भी ऐसा बयान ना दें।

जिससे संस्थान की छवि धूमिल हो। यहां पर देखने के बाद यह बात सामने आई है कि महिला कर्मचारी प्रताड़ित हो रही हैं अपना शोषण करवा रही हैं।

जागो अभिभावकों अपने बच्चों का जीवन बचाओ ऐसे लोगों पर क्या भरोसा किया जाए।इस तरह के संस्थानों पर विश्वास करना बेहद मुश्किल है।

बच्चों का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है यहां पर। सिक्योरिटी गार्ड ही फादर सुमित का शिकार हो रहे हैं। क्योंकि उसको किसी का हक से पसंद नहीं कुर्सियां तोड़ना, चिल्लाना, मारना, पीटना उसकी आदत में बन चुका है फिर भी उनके संस्थान के द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।

समाज के अध्यक्ष लोगों ने भी आज उसकी निंदा की लेकिन इस शोषण को आज तक किसी ने संज्ञान में नहीं लिया।

इसके लिए इस समाज के अध्यक्ष हैं यह भी कहीं ना कहीं इस मामले में जिम्मेदार हैं। वर्षों से चले आ रहे इस तरह के उपद्रव को क्या उनके संज्ञान में नहीं था। जो इन्होंने उसे अनदेखा करते हुए निरंतर उसकी गलतियों पर पर्दा डालकर महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित करते रहे हैं।

इसके लिए सभी जो बेतूल में संस्थान के माध्यम से शिक्षा के नाम पर बच्चों को कहीं कोई बड़ी घटना का सामना तो नहीं करना पड़ेगा। आने वाले समय का कोई भरोसा नहीं कि ऐसे चर्च के संस्थान के मुखिया इस तरह से अपने कार्य को अंजाम देंगे तो उन पर विश्वास कर पाना बेहद कठिन है।

बैतूल ब्रेकिंग न्यूज़। कल प्रकाशित-प्रसारित समाचार डॉन बॉस्को सेंट्रल स्कूल सदर ब्रिज के नीचे जहां पर छोटे फादर के रूप में पदस्थ सुमित फादर जो कि नशे की हालत में अपने चर्च की 4 सिस्टर्स को कमरे में बंद करके उनके साथ मारपीट और बदसलूकी कर रहा है। अंदर से चर्च का गेट बंद कर लिया। ऐसे में सिक्योरिटी गार्ड राहुल को जैसे चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। गार्ड तत्काल दौड़ कर चर्च के अंदर पहुंचा। इसे भी फादर द्वारा मारा गया। यहाँ पॉइंट पर मौजूद पुलिसकर्मी दौड़ लगाकर वहां पहुंचे और राहुल और सुपरवाइजर रघुवंशी छोटे फादर सुमित जोकि मारपीट कर रहा था। उन लोगों को दूर किया। अब सवाल यह उठता है कि इस समय देश में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में जो व्यक्ति जहां है वहीं रहने को मजबूर है। इस समय चर्च में इस तरह की घटना निंदनीय है। इस घटना के जिम्मेदार चर्च के फादर नशे की हालत में पाए गए और गार्ड को जान से मारने की धमकी भी दी है। इसकी सूचना तत्काल गंज थाना प्रभारी संतोष पटेल को दी गई।बैतूल।

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