छपरा में युवाक्रान्ति रोटी बैंक द्वारा खाने की सामग्री का वितरण।
छपरा में युवाक्रान्ति रोटी बैंक द्वारा खाने की सामग्री का वितरण।
छपरा से सैयद शकील हैदर की रिपोर्ट।
छपरा। कोरोना वायरस को लेकर 23 मार्च से भारत में लॉकडाउन है इसी बीच छपरा के युवा क्रांति रोटी बैंक टीम के सदस्यों के द्वारा हर रोज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जरूरतमंद लोगों के बीच भोजन बना के भोजन का वितरण कर रहे हैं।
इस समय आने वाले प्रवासी मजदूरों को भोजन और पानी उपलब्ध करा रहे हैं।
युवा क्रांति रोटी बैंक की अध्यक्ष आकृति रचना कहती हैं कि हम सब ने मिलकर 10/10/2018 से एक मुहिम शुरू किया है ताकि छपरा में रह रहे सो रहे असहाय बेघर लोगों को जो सड़कों पर रहते हैं उनको भोजन उपलब्ध कराते हैं।
इसी बीच लॉकडाउन होने के कारण हम सब ने भी भोजन बाँटना बंद करने को सोचा लेकिन उसी रात कुछ सदस्यों के द्वारा सूचना दी गयी कि सड़कों पर एक बुजुर्ग भूख से तड़प रहा है, तभी सदस्य के द्वारा उसे खाना उपलब्ध कराया गया और ये संकल्प लिया गया कि इस लॉकडाउन में जितना हो सके उतना जरूरतमंदों की मदद करने का प्रयास किया जाएगा।
हम अभी तक छपरा के हर वार्ड से लेकर कुछ गाँव तक लगभग दस हजार परिवारों के बीच सूखा अनाज चावल, दाल, आटा, आलू, मसाला वितरण किया गया।
संस्थापक विजय राज ने कहा की हम सब जिस गाँव में जाते हैं वहाँ के लोगों को इस महामारी बीमारी के प्रति समझाने का प्रयास किया जाता है, की आप कैसे इस बीमारी से बच सकते हैं।
जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग के द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करें और समय समय पर साबुन से हाथ धोते रहें और हमेशा मास्क और गमछा से मुँह को ढकें।
युवा क्रांति रोटी बैंक की पूरी टीम को आज इस कार्यो से पूरे छपरा के सम्मानित लोगों का प्यार और आशीर्वाद मिल रहा।
छपरा से सैयद शकील हैदर की रिपोर्ट।
छपरा। कोरोना वायरस को लेकर 23 मार्च से भारत में लॉकडाउन है इसी बीच छपरा के युवा क्रांति रोटी बैंक टीम के सदस्यों के द्वारा हर रोज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जरूरतमंद लोगों के बीच भोजन बना के भोजन का वितरण कर रहे हैं।
इस समय आने वाले प्रवासी मजदूरों को भोजन और पानी उपलब्ध करा रहे हैं।
युवा क्रांति रोटी बैंक की अध्यक्ष आकृति रचना कहती हैं कि हम सब ने मिलकर 10/10/2018 से एक मुहिम शुरू किया है ताकि छपरा में रह रहे सो रहे असहाय बेघर लोगों को जो सड़कों पर रहते हैं उनको भोजन उपलब्ध कराते हैं।
इसी बीच लॉकडाउन होने के कारण हम सब ने भी भोजन बाँटना बंद करने को सोचा लेकिन उसी रात कुछ सदस्यों के द्वारा सूचना दी गयी कि सड़कों पर एक बुजुर्ग भूख से तड़प रहा है, तभी सदस्य के द्वारा उसे खाना उपलब्ध कराया गया और ये संकल्प लिया गया कि इस लॉकडाउन में जितना हो सके उतना जरूरतमंदों की मदद करने का प्रयास किया जाएगा।
हम अभी तक छपरा के हर वार्ड से लेकर कुछ गाँव तक लगभग दस हजार परिवारों के बीच सूखा अनाज चावल, दाल , आटा, आलू, मसाला वितरण किया गया।
संस्थापक विजय राज ने कहा की हम सब जिस गाँव में जाते हैं वहाँ के लोगों को इस महामारी बीमारी के प्रति समझाने का प्रयास किया जाता है, की आप कैसे इस बीमारी से बच सकते हैं।
जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग के द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करें और समय समय पर साबुन से हाथ धोते रहें और हमेशा मास्क और गमछा से मुँह को ढकें।
युवा क्रांति रोटी बैंक की पूरी टीम को आज इस कार्यो से पूरे छपरा के सम्मानित लोगों का प्यार और आशीर्वाद मिल रहा।