कृषि मंत्री कमल पटेल ने बारदानों के लिये केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखा:
भोपाल। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने बारदानों की आपूर्ति के लिये केन्द्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखा है। उन्होंने मध्यप्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूँ, चना, मसूर एवं सरसों के उपार्जन के लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए पर्याप्त मात्रा में बारदानों की उपलब्धता कराये जाने के लिये अनुरोध किया है। मंत्री कमल पटेल द्वारा बताया गया कि केन्द्रीय मंत्री को 10 हजार गठान जूट बीटी गठान बारदाना की अतिरिक्त आवश्यकता से अवगत कराया गया है। उन्होंने इस संबंध में केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान से दूरभाष पर चर्चा भी की। कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश को बारदानों की अतिरिक्त खेप शीघ्र ही प्राप्त हो होगी।
चना, मसूर, सरसों उपार्जन की अंतिम तिथि बढ़ाई जायेगी: मंत्री कमल पटेल:
भोपाल। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश में चना, मसूर, सरसों के उपार्जन की अंतिम तिथि 30 मई को बढ़ाए जाने के लिये प्रमुख सचिव को निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि चना, मसूर, सरसों का उपार्जन विलंब से प्रारंभ होने से अंतिम तिथि का बढ़ाये जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग से प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा गया है। शीघ्र ही किसानों के हित में निर्णय लिया जाकर अंतिम तिथि को बढ़ाया जायेगा।
कृषि उपज मण्डियों में अग्निशमन यंत्र लगेंगे:
भोपाल। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश की समस्त कृषि उपज मण्डियों में अग्निशमन यंत्र लगाने के निर्देश प्रबंध संचालक मण्डी बोर्ड को दिये हैं। उन्होंने कहा है कि कृषि उपज मण्डियों के प्रांगण में वर्तमान में उपार्जन एवं खरीदी कार्य प्रगति पर है। मण्डियों में गर्मी के मौसम में अग्नि दुर्घटनाएँ घटित होने की आशंका बनी रहती है। कमल पटेल ने समस्त मण्डियों में अग्निशमन यंत्र लगाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है।
स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाने में हरसंभव मदद करेंगे – मंत्री कमल पटेल:
स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से ऑनलाइन चर्चा:
भोपाल। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों को हरसंभव मदद की जाएगी। कृषि मंत्री पटेल राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एनआरएलएम द्वारा महिला स्व-सहायता समूहों के संबंध में आयोजित कार्यक्रम और नीतियों पर ऑनलाइन कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिये कार्यशाला को उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि निश्चित ही इससे महिलाएँ लाभान्वित होंगी और वे अपने उत्पादों को बेहतर गुणवत्ता से तैयार कर सकेंगी। सरकार स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाने और महिलाओं के आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिये आवश्यक सहायता उपलब्ध करायेगी।
कार्यशाला को नाबार्ड, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, सेडमेप, क्रिस्प, एनसीसीई दिल्ली के विशेषज्ञों ने संबोधित करते हुए स्व-सहायता समूहों को अपने उत्पादों के लिये कच्ची सामग्री की उपलब्धता, कम लागत में गुणवत्तापूर्ण सामग्री तैयार करने के लिये आधुनिक तकनीक के उपयोग और उत्पादों की मार्केटिंग और बाजार पहुँच की सुचारु व्यवस्था की जानकारी दी।