क्या अब कोरोना वायरस बरसात में डुबाऐगा शहर ?
भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
मजदूर नहीं होने के कारण नाला सफाई का काम धीमा पड़ता दिखाई दे रहा है।
भिवंडी। वैश्विक महामारी झेल रही भिवंडी अब बरासत में कोरोना कहर बनकर टूटने वाला है क्योंकि लाॅकडाउन के दरम्यान 90 प्रतिशत मजदूर शहर छोड़, अपने अपने गांव चले गये हैं जिसके कारण नाला सफाई ठेकेदारों को मजदूर नहीं मिलने से सफाई के कार्यो में बाध्या उत्पन्न हो रही है। वहीं पर मनपा प्रशासन लगभग ड़ेढ करोड़ खर्च कर बरसात पूर्व नाला सफाई करवाने का दावा ठोक रही है।
गौरतलब हो कि बड़े नाला, संबंधित नाला की सफाई के लिए मनपा प्रशासन ने 1,58,32,543 रुपये का ठेका देकर ठेकेदारों से 93 नाला जो लगभग 42 किलोमीटर में फैला हुआ है, उसकी सफाई करवा रही है। इसके आलावा छोटे नालों को खुद खर्च कर दिहाडी मजदूरों को काम पर लगाकर सफाई कार्यो को खुद अंजाम देने में व्यस्त है। जो प्रतिदिन नाला सफाई करने वाले दिहाडी मजदूरों को 606 रुपये मनपा के आरोग्य निरीक्षकों द्वारा भुगतान किया जा रहा है।
पूरा प्रशासन नाला सफाई में लगा।
भिवंडी के बांधकाम विभाग के सभी उप अभियंता, कनिष्ठ अभियंता की टीम इस कार्य में लगा हुआ हैं। इसके साथ ही इनके कार्यो को देखरेख के लिए एक अलग से उप अभियंता को नियुक्ति मनपा प्रशासन ने किया है। भारी भरकम मनपा प्रशासन के अधिकारियों की टीम सफाई के दरम्यान दिखती है किन्तु नाला सफाई मजदूर नहीं दिखाई देते हैं। जिसके कारण इस वर्ष भिवंडी डूबने के कगार पर खड़ी है।