रेत माफिया सक्रिय, अवैध उत्खनन जारी। माँ रेवा के पुण्य घाटों को भी नहीं बख़्श रहे।
बरेली से यशवन्त सराठे की रिपोर्ट।
उदयपुरा विधान सभा क्षेत्र में पुण्य सलिला, पतित पावनी मां नर्मदा के तटों पर रेत का अपार भंड़ार है।
धार्मिक महत्व के कारण सभी तट आस्था के केन्द्र बने हुये हैं।
हमेशा मां नर्मदा के रेतीले तट अवैध उत्खनन के लिये सुर्खियों मे रहते हैं।
राजनेता से लेकर अधिकारियों ओर रेत माफियाओं की सांठ गांठ से करोड़ों अरबों का खेल शासन प्रशासन कानून की आंख में धूल झौंक कर खेलते रहते हैं।
मां नर्मदा के पुजारी, भक्त आंख मलते रह जाते हैं।
प्रति वर्ष रेत का सड़क किनारे भंडारण किया जता है। नियमों की आड़ में काले कारनामे खेले जाते हैं। सैकड़ों डंफर पिपरिया रोड़ पर खड़े देखे जा सकते हैं।
शासन व्दारा मशीनों से खुदाई पर रोक होने के बाद भी रेत का खनन मशीनों के व्दारा किया जा रहा है।
अलीगंज, गौरा, सौजनी, मगरधा घाट पर खनन जारी है। अधिकारियों, नेताओं को रेत खनन की जानकारी रहती है।
जब बात तूल पकड़ती है तब खनिज, राजस्व, पुलिस सभी हरकत में आ जाते हैं।
होता क्या है दिखावे की कार्यवाही कर आनन फानन में सब रफा दफा कर दिया जाता है।
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष राजेश उपाध्याय ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि सरकार के आते ही रेत माफिया की सेटिंग से काम हो रहा है।
रोड के ऊपर दोनों ओर डंफरों की कतार लगने से रोड पर घटना घटने की संभावना बनी रहती है।